Balrampur News: परांपरागत तरीके से मनाई गई मकर संक्रांति, भगवान राम आश्रम में हुआ खिचड़ी भोज का आयोजन
Balrampur News: बलरामपुर के अवधूत भगवान राम आश्रम धुसाह में महाकुंभ के प्रथम स्नान दिवस एवं योगनी मां मैत्रायणी के महानिर्वाण दिवस पर भव्य खिचड़ी भोज का कार्यक्रम का आयोजन किया गया।;
Balrampur News: बलरामपुर में मंगलवार को मकर संक्रांति का पर्व परंपरागत तरीके से मनाया गया। इस दौरान प्रमुख मंदिरों, जलाशयों, और नदी तटों पर आस्था हिलोरें ले रहा था। वहीं, बलरामपुर के अवधूत भगवान राम आश्रम धुसाह में महाकुंभ के प्रथम स्नान दिवस एवं योगनी मां मैत्रायणी के महानिर्वाण दिवस पर भव्य खिचड़ी भोज का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान लोगों ने जमीन पर पालथी मार कर अमृत फल आंवला की चटनी के साथ खिचड़ी भोज का आनंद लिया। जिसमें मुख्य अतिथि युवा समाजसेवी रवीन्द्र गुप्ता कमलापुरी, विशिष्ट अतिथि बाल मुकुंद व राम नारायण सिंह मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मंदिर में आरती के साथ हुई। इसके बाद अमृत फल की चटनी के साथ औषधीय गुणों से युक्त प्रसाद खिचड़ी भोज के रूप में परोसी गई। इस दौरान डॉ आरएन सिंह ने बताया कि जमीन पर बैठकर भोजन करने का वैज्ञानिक महत्व है। पालथी मार कर बैठने से शरीर, मंदिर के आकार का होता है और जब हाथ से भोजन छूते हैं तो अंगुलियां सेंसर की तरह तुरंत मस्तिष्क के द्वारा पेट को भोजन का आभास कराती है जिससे पेट भोजन पचाने के लिए पाचन रस निकालने लगता है और भोजन का पाचन अच्छे से होता है, पालथी मार कर बैठने से कमर के नीचे ब्लड सर्कुलेशन बहुत कम होता है जिससे पेट की नसों में ब्लड अधिक मात्रा में इकट्ठा होकर पेट पर दबाव डालता है और पेट फैलने-सिकुड़ने लगता है। पेट के फैलने-सिकुड़ने से भोजन का पाचन अच्छा होता है । साथ ही जमीन पर बैठकर भोजन करने से आत्मिकता बढ़ती है।
खिचड़ी भोज के दौरान काफी संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।इस दौरान मुख्य रूप से डॉ आर एन सिंह, युवा समाजसेवी रविन्द्र गुप्ता कमलापुरी , रामभुलन मिश्रा, राजित राम यादव, सुनील कुमार मिश्रा, गुड़िया गुप्ता कमलापुरी ,मीरा सिंह,पिंकी सिंह संगीता त्रिपाठी,अर्चना सिंह,सुधा त्रिपाठी,प्रतिभा श्रीवास्तव सुषमा यादव,माला सिंह,और अन्य गणमान्य उपस्थित रहे और प्रसाद ग्रहण किया।