Banda News: चर्चा में भाजपाई, किसी का अफसर को धमकाने का वीडियो वायरल, कोई उगाही को लेकर पुलिस से लगा रहा गुहार
Banda News: भाजपा का दावा है, जिले के 1389 बूथों में सदस्यता अभियान धुआंधार ढंग से गति पकड़े है। कमेटी और 8-10 पन्ना प्रमुख बूथों को मथ रहे हैं।
Banda News: भाजपाई इन दिनों अलग-अलग कारणों से चर्चाओं का केंद्र बने हैं। वैसे तो माननीयों से लेकर पदाधिकारियों तक ने सदस्यता अभियान को स्व-प्रचार का जरिया बनाया हुआ है। सोशल मीडिया के उपयोग में माहिर एक माननीय को लेकर तो लोग चुटकी लिए बिना नहीं रहते। कहते हैं, उनका अंदाज ऐसा है मानो अपने पूरे निर्वाचन क्षेत्र को भाजपाई बनाकर मानेंगे। इस बीच एक जिला पंचायत सदस्य एक जिला स्तरीय अफसर को धमकाने का वीडियो वायरल होने से जहां चर्चा में शुमार हैं, वहीं युवा ब्लाक प्रमुख कमीशनबाज गुंडों से जान की गुहार लगाने के लिए चौराहों से चौपालों तक चर्चा का केंद्र बिंदु बने हैं। उन्होंने FIR दर्ज कराई है। देखना होगा कि पुलिस की विवेचना में क्या सामने आता है। लेकिन मामले को धंधेबाजी से जोड़कर देखने वालों की भी कमी नहीं है।
सदस्यता को लेकर भाजपाई दावों के विपरीत जमीनी हकीकत
भाजपा का दावा है, जिले के 1389 बूथों में सदस्यता अभियान धुआंधार ढंग से गति पकड़े है। कमेटी और 8-10 पन्ना प्रमुख बूथों को मथ रहे हैं। घर-घर दस्तक देकर विभिन्न तरीकों से लोगों को भाजपा का सदस्य बना रहे हैं। लेकिन जमीनी हालात दावे से मेल नहीं खाते। बांदा शहर इसकी बानगी है। कटरा पश्चिम वार्ड में आम तौर पर भाजपा बूथ अध्यक्ष समेत उनकी कमेटी और पन्ना प्रमुखों को कोई नहीं जानता। सदस्य बनाना तो दूर, उनसे किसी ने संपर्क तक नहीं किया। यह तब है, जब RSS का विभाग मुख्यालय इसी वार्ड में स्थित है। कमोवेश यही स्थिति अन्य वार्डों की भी है। ऐसे में, लोग सदस्यता अभियान को कागजी बताते नहीं अघाते। लेकिन माननीय और पदाधिकारी जमीनी वास्तविकता को नजरंदाज कर सोशल मीडिया में अपनी पीठ ठोंककर खुश हैं। गांव-मोहल्लों में चंद लोगों को जुटाकर फोटोशूट के जरिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों में समा बांधा जा रहा है। एक 'माननीय' ने तो इसे शगल बनाया हुआ है।
अफसर से अंधेरगर्दी बयां करने के बीच थामे नहीं थमा सत्ता का अहंकार
इस बीच एक जिला पंचायत सदस्य का अफसर को धमकाने का वीडियो वायरल होने से जहां वह चर्चा में शुमार हैं, वहीं इसका जिक्र कर विपक्षी भाजपा पर सवाल दाग रहे हैं। सत्ता का अहंकार बताकर लानत-मलामत कर रहे हैं। यह वाकया तब सामने आया जब पंचायत के मुखिया कई सदस्यों के साथ अंधेरगर्दी को लेकर अफसर से उनके दफ्तर में मिले थे। जिंदा को मृत बनाने का मामला सामने रखा। इसी दौरान एक सदस्य ने अफसर को आड़े हाथों लेना शुरू किया। रौ में सदस्य ने अफसर को कुर्सी से घसीटकर सबक सिखाने की मसल पावर के बखान से भी गुरेज नहीं किया। यह सब वायरल हो गया। अफसर ने चुप साधी हुई है। लेकिन विकास भवन के सभी दफ्तरों में लोग इस पर खूब बोल-बतिया रहे हैं। बेजा आचरण बताकर नाराजगी जता रहे हैं। कह रहे हैं, सरकार आपकी है। किसी की कोई गलती है तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई कराएं। बजाय इसके धमकी और घुड़की जैसी हरकत सत्ता पक्ष को शोभा नहीं देती।
माननीय और अधिकारियों के लाड़ले का यह हाल तो शेष की क्या बिसात
इधर, एक युवा ब्लाक प्रमुख ने पुलिस से जान-माल की गुहार लगाई है। FIR कराकर धन उगाही के लिए खुद के साथ पेश हुई गुंडागर्दी का विस्तार से खुलासा किया है। कहा है, दोनों गुंडे हिस्ट्रीशीटर हैं। चालक के साथ बाइक से घर जाते वक्त दोनों गुंडों ने रास्ता रोक लिया। बतौर कमीशन मोटी रकम न देने की बात कर गाली-गलौज की। आपत्ति करने पर एक ने तमंचा निकालकर उन पर फायर झोंक दिया। फायर मिस हो गया और वह बाल-बाल बचे। शोर मचाने पर लोगों के जुटने से दोनों जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले।
ब्लाक प्रमुख का कहना है, इससे पहले दोनों गुंडे उनसे 50,000 रुपए वसूल चुके हैं। भयवश उन्होंने पुलिस को नहीं बताया। अब लोगों को पुलिस विवेचना का इंतजार है। लेकिन कयासों के साथ चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। मामले को परोक्ष अपरोक्ष ठेकेदारी आदि धंधेबाजी से जोड़कर देखा जा रहा है। चौराहों से चौपालों तक इसी की चर्चा है। कहा जा रहा है, यदि चलते पुर्जे माननीय और आला प्रशासनिक अधिकारियों के लाड़ले ब्लाक प्रमुख धन उगाही के शिकार हैं तो व्यापारियों समेत अन्य लोगों के हालातों का महज अनुमान ही लगाया जा सकता है।