Banda News: चिंगारी संगठन ने सुदूर अंचलों का खींचा ध्यान, कामकाज से रूबरू हुए गुजरात के सामाजिक कार्यकर्ता
Banda News: बांदा जिले के 90 से ज्यादा गांवों में महिला हिंसा, घरेलू हिंसा, दलित उत्पीड़न, सामाजिक सुरक्षा और शिक्षा के मोर्चों पर सक्रिय चिंगारी संगठन गांवों में सड़क, पुल, पुलिया आदि निर्माण तथा सरकारी योजनाओं का सुचार क्रियान्वयन में योगदान के साथ शिक्षा केंद्र संचालित करता है।
Banda News: चिंगारी संगठन की सामाजिक गतिविधियों ने सुदूर अंचलों का भी ध्यान खींचा है। गुजरात के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को महिला हिंसा, दलित उत्पीड़न, सामाजिक सुरक्षा व शिक्षा क्षेत्र में चिंगारी संगठन के प्रयासों को देखा-समझा। महुआ व नरैनी ब्लाक के गांवों में भ्रमण कर महिला हिंसा और शिक्षा का स्तर जाना। संगठन के प्रयासों को देखा। विचार भी साझा किए।
महिला और घरेलू हिंसा के खिलाफ जंग संग योजनाओं के क्रियान्वयन में भी योगदान
बांदा जिले के 90 से ज्यादा गांवों में महिला हिंसा, घरेलू हिंसा, दलित उत्पीड़न, सामाजिक सुरक्षा और शिक्षा के मोर्चों पर सक्रिय चिंगारी संगठन गांवों में सड़क, पुल, पुलिया आदि निर्माण तथा सरकारी योजनाओं का सुचार क्रियान्वयन में योगदान के साथ शिक्षा केंद्र संचालित करता है। यह सब आगंतुकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा।
नरैनी और महुआ ब्लाक के गांवों में कामकाज से रूबरू हुआ गुजराती दल
गुजराती संस्था संगात के डायरेक्टर सन्नी भाई और उनकी टीम महुआ ब्लाक के राजाराम पुरवा, मसुरी और भग्गू का पुरवा में चिंगारी संगठन के कामकाज से रूबरू हुई। ग्रामीणों के प्रयास से बांस और लकड़ी से बने शिक्षा सेंटरों का जायजा लिया। संवाद कर महिलाओं की स्थिति जानी। लोकमंच (दिल्ली) से जुड़ीं रूबी ने चिंगारी संगठन की भूमिका उकेरी। कहा, दलितों व पीड़ितों की आवाज बनना संगठन का ध्येय है। ग्रामीण महिलाओं का यह संगठन गांव, जिला और राज्य स्तर तक लोगों के हक-हकूक की लड़ाई लड़ रहा है। कैसे? यह जानने की उत्सुकता गुजराती सामाजिक कार्यकर्ताओं को यहां खींच लाई है।
राजा भैया बोले, शोला बन चुकी 2005 में समुदाय की सुलगाई चिंगारी
विद्याधाम समिति सचिव राजा भैया ने कहा, 2005 में समुदाय की लगाई चिंगारी अब शोला बन चुकी है। ब्लाक और जिला स्तर पर संगठन के आंदोलनों से गांवों में व्यवस्थाएं दुरुस्त हुई हैं। इस दौरान गुजरात के रमेश भाई, अबुजी भाई, दिनेश भाई, कांता बेन, लीला, रमिला डोमुर, रमिला बारिया, ऊषा, वर्षा, भेवा व चक्कू बेन समेत चिंगारी संगठन संयोजिका मुबीना खातून, अर्चना, शिव कुमार, माया, सीमा, प्रभा, सागर, जितेंद्र और स्वजा फाउंडेशन को-आर्डिनेटर इमरान अली आदि मौजूद रहे।