Banda News: माटी कला के तीन उस्तादों का चयन, 16 को पुरस्कृत करेंगे मंत्री नंदगोपाल नंदी
16 नवंबर को मंडल स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में UP के औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता उर्फ नंदी चयनित प्रतिभागियों को पुरस्कृत करेंगे।
Banda News: माटी कला बोर्ड के पूर्व सदस्य वरदानी प्रजापति की अध्यक्षता में गुरुवार को चित्रकूटधाम मंडल के तीन माटीकला उस्तादों का चयन कर उन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की गई। माटी शिल्पकला का परंपरागत कार्य करने वाले शिल्पियों, कारीगरों और उद्यमियों की श्रेष्ठ कलात्मकता और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के लिए हर साल की तरह 2024-25 के लिए प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी पुरस्कारों से तीनों चयनित नवाजे जाएंगे। 16 नवंबर को मंडल स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में UP के औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता उर्फ नंदी चयनित प्रतिभागियों को पुरस्कृत करेंगे।
नई पीढ़ी को भी दक्ष बनाएं माटी कला के फनकार
माटी कला बोर्ड के पूर्व सदस्य प्रजापति ने विभाग में बतौर अध्यक्ष दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा, माटीकला के फनकारों को पारंपरिक कला जीवंत रखने के लिए सतत प्रयास करते हुए नई पीढ़ी को भी माटीकला में दक्ष बनाना चाहिए। इससे कला का संरक्षण होगा। साथ ही, बाजार में मुकम्मल पहुंच बनाने के लिए कारीगरों को आधुनिकता में रचे-पगे नए-नए उत्पाद बनाने की जरूरत है।
जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ने विस्तार से रेखांकित किया पुरस्कारों का मकसद
जिला ग्रामोद्योग अधिकारी राजिंदर कौर ने कहा, माटीकला प्रतियोगिता हर साल होती है। अधिकाधिक माटीकला शिल्पकारों को पंजीयन कराकर प्रतिभाग करना चाहिए। कौर ने पुरस्कारों के मकसद को विस्तार से रेखांकित किया। सरकार के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। कौर ने सभी का आभार व्यक्त किया।
दीनदयाल, हरिनारायण और निशा के निर्णायक मंडल ने चुने तीनों श्रेष्ठ शिल्पी
इससे पहले प्रतियोगिता में चित्रकूटधाम मण्डल के चारो जिलों की सूची के आधार पर प्रतिभागी शामिल हुए। फाइन आर्ट विशेषज्ञ दीनदयाल सोनी, रजत पदक प्राप्त मूर्तिकार हरिनारायण मिश्र एवं मूर्तिकार निशा गुप्ता के निर्णायक मंडल ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार योग्य प्रतिभागियों का चयन किया। चयन के लिए माटीकला उत्पादों को बारीकी से जांचने के साथ चाक से कलाकृतियों का निर्माण भी कराया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रजापति समाज के लोग और विभागीय कर्मचारी मौजूद रहे।