Mukhtar Ansari की हार्ट अटैक से मौत, बांदा जेल में बिगड़ी थी तबीयत...परिवार के सामने पोस्टमार्टम

Mukhtar Ansari News: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को एक फिर जेल से मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया गया है . बताया जा रहा है कि जेल में मुख्तार अंसारी की तबीयत दोबारा खराब हो गई।

Newstrack :  Network
Update: 2024-03-28 15:26 GMT

 माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (Social Media)

Mukhtar Ansari News: बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का इलाज के दौरान निधन हो गया। मुखतर की तबीयत गुरुवार (28 मार्च) रात अचानक बिगड़ गई थी। जिसके बाद उन्हें एक बार फिर बांदा जेल से मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया गया। हार्ट स्ट्रोक की शिकायत के बाद मुख्तार अंसारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इससे पहले तबीयत बिगड़ने के बाद जेल में ही तीन डॉक्टरों का पैनल मुख्तार के स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाए हुए था। 

जानकारी के अनुसार, लाख कोशिशों के बाद भी मुख्तार अंसारी के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो रहा था। आख़िरकार, गंभीर हालत में डॉक्टरों ने उन्हें दोबारा मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट करने का फैसला लिया। 

शव पहुंचा मोर्चरी हाउस

मुख्तार अंसारी का शव मोर्चरी हाउस पहुंचा। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुख्तार का शव ले जाया गया। मेडिकल कॉलेज परिसर में ही मोर्चरी हाउस में पोस्टमार्टम किया जाएगा। 5 डॉक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा। पीएम हाउस के बाहर डीएम, एसपी सहित भारी फोर्स मौजूद है।

परिवार के सामने होगा मुख्तार का पोस्टमार्टम

मुख्तार अंसारी का परिवार देर रात बांदा अस्पताल पहुंचेगा। रात में परिवार के सामने ही वीडियोग्राफी कराकर पोस्टमार्टम कराया जाएगा। उसके बाद शव को गाजीपुर ले जाया जाएगा। शव को ले जाने का रूट प्लान तैयार है। काफिले में 26 गाड़ियां शामिल रहेंगी। 

लखनऊ, मऊ, गाजीपुर बढ़ी सुरक्षा

यूपी के बाहुबली मुख़्तार अंसारी की हालत नाजुक है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एहतियातन राजधानी लखनऊ, मऊ और गाज़ीपुर में सुरक्षा बढ़ाई गई है। बांदा में भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं। डीजीपी मुख्यालय ने पुलिस को सतर्कता बरतने के आवश्यक निर्देश दिए हैं।

बांदा DM-SP पहुंचे थे जेल

मुख़्तार की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलते ही बांदा की जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल (Durga Shakti Nagpal), एसपी अंकुर अग्रवाल (SP Ankur Aggarwal) सहित कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ मंडलीय कारागार पहुंचे थे। करीब 40 मिनट तक अधिकारी जेल के भीतर रहे। इसके बाद मुख्तार को एंबुलेंस से मुख्तार को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। 

दिन में बेहोश हुआ था मुख़्तार

मुख़्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी की मानें तो गुरुवार दिन में भी एक बार मुख्तार बेहोश हुआ था। वहीं, मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी का भी कुछ यही कहना था। मुख्तार के वकील मेडिकल कॉलेज पहुंच गए हैं। हालांकि, डॉक्टरों की तरफ से मुख़्तार के निधन की घोषणा कर दी गई है।

डॉक्टर के सामने बिगड़ी तबीयत

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि जेल में डॉक्टर के सामने ही मुख़्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ी थी। उसकी स्थिति ठीक नहीं थी। उसे उल्टी भी हुई। हालात बिगड़ता देख मुख़्तार अंसारी के पुराने डॉक्टर को बुलाया गया। जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। शुरुआती जांच में डॉक्टर को हार्ट अटैक जैसी स्थिति दिखी। बाद में स्वास्थ्य की स्थिति और बिगड़ती चली गई। डॉक्टरों की टीम ने मुख्तार अंसारी को बचाने की पूरी कोशिश की मगर सफल नहीं रहे। 

मुख़्तार को हार्ट अटैक

सूत्र बता रहे हैं कि, मुख़्तार अंसारी को हार्ट अटैक आया है। जिसके चलते माफिया डॉन को दोबारा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की मौजूदगी में मुख्तार की तबीयत बिगड़ी। 


26 मार्च को भी बिगड़ी तबीयत, वेंटिलेटर पर रखा

आपको बता दें, 26 मार्च की देर रात यूपी के बाहुबली मुख्तार अंसारी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें बांदा जेल से आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया गया। सुबह तह यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई कि मुख़्तार अंसारी की हालत गंभीर है। उसे आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया है। इलाज जारी रहा। धीरे-धीरे मुख्तार समर्थकों और उनके परिवार वालों का बांदा पहुंचना शुरू हो गया। इस बीच, मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी (Afzal Ansari), बेटा उमर अंसारी (Omar Ansari) भी बांदा पहुंचे। मगर, किसी को भी मुख्तार अंसारी से मिलने नहीं दिया गया।

मुख़्तार 16 घंटे रहे ICU में

हालांकि, इसके बड़ा नियत समय पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मुख्तार अंसारी का हेल्थ बुलेटिन जारी किया। उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी साझा की। 16 घंटे आईसीयू में रहने के बाद मुख्तार अंसारी को डिस्चार्ज कर दिया गया। उस वक़्त मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने बताया कि, मुख्तार अंसारी की हालत पहले से बेहतर है।

तीन डॉक्टरों का पैनल बनाया गया

इसके बाद, तीन डॉक्टरों का एक पैनल बनाकर मुख़्तार पर खास नजर रखी गई। ये डॉक्टर्स बांदा जेल में मुख्तार के स्वास्थ्य की देख-रेख में तैनात रहे। अब जब एक बार फिर मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ी है तो उसे मेडिकल कॉलेज में एडमिट किया गया।

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