Banda News: हेलीकॉप्टर उतारने के लिए हजारों लीटर पानी, बूंद-बूंद पानी के लिए इसी जगह तरस रहे लोग!

Banda News: बांदा में जहां एक और बांदावासी इस झुलसा देने वाली गर्मी में पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। वहीं डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के आगमन पर हेलीपैड स्थल पंडित जैन डिग्री कॉलेज के विशालकाय ग्राउंड में जल संस्थान के टैंकरों से हजारों लीटर पानी से सिंचाई की गई।

Update: 2023-06-09 11:59 GMT
हेलीकॉप्टर उतरने से पहले पानी बहाता प्रशासन (Pic: Newstrack)

Banda News: पानी की कहानी बुंदेलखंड में नई नहीं रही है। यहां तमाम कवायदों के बावजूद लोगों को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। भीषण गर्मी के बीच बांदा मुख्यालय के कई क्षेत्रों में लोग जल संकट से जूझ रहे हैं। बांदा वासियों को पानी मुहैया कराने के सरकारी दावों की हकीकत सामने आ चुकी है। कई मोहल्लों में सप्ताह भर से लोगों को पानी की एक बूंद भी जल संस्थान मयस्सर नहीं करा पाया है। विडंबना ये है कि माननीयों के हेलीकॉप्टर उतरने के स्थान को धूल से मुक्त करने के लिए हजारों लीटर पानी बहाने के लिए जल संस्थान और जिला प्रशासन के पास पानी की कोई कमी नहीं होती है।

डिप्टी सीएम के कार्यक्रम से पहले हैलीपेड स्थल पर बहाया गया पानी

बांदा में जहां एक और बांदावासी इस झुलसा देने वाली गर्मी में पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। वहीं डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के आगमन पर हेलीपैड स्थल पंडित जैन डिग्री कॉलेज के विशालकाय ग्राउंड में जल संस्थान के टैंकरों से हजारों लीटर पानी से सिंचाई की गई। जबकि इस जगह से बमुश्किल 300 मीटर की दूरी पर ही पुलिस लाइन स्थित है। वहां स्थाई हेलीपैड भी बने हुए हैं। हेलीपैड स्थल और मैदान में दर्जनों टैंकरों से पानी की सिंचाई का वीडियो वायरल होने के बाद शासन की मंशा पर जिला प्रशासन के कुठाराघात पर सवाल उठना शुरू हो गए। पंडित जेएन डिग्री कॉलेज के विशालकाय मैदान में सिंचाई के लिए जल संस्थान के दर्जनों टैंकर पानी बहाते दिखाई दिए। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है जो बीती सात जून का बताया जा रहा है। जब यहां डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का बांदा में प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करने का कार्यक्रम था।

आजादनगर में पेयजल की भारी किल्लत

जनपद में पानी की किल्लत का हाल आजादनगर इलाके में देखा जा सकता है। यहां सड़क पर पानी की बाल्टी और डिब्बे लिए आजाद नगर मोहल्ले के बाशिंदे पानी को तरसते नजर आते हैं। जिन्हें पिछले 10 दिन से जल संस्थान की तरफ से पानी की एक बूंद भी मयस्सर नहीं कराई गई है। इसके अलावा नगर कोतवाली क्षेत्र के ही मवई गांव में साइकिल पर बाल्टियां लादकर लोग दूर-दराज से पानी भरकर ला रहे हैं। काफी दूरी से हैंडपंप के पास लोगों की भीड़ जमा दिखाई देती है, क्योंकि यहां पर भी जल संस्थान पानी नहीं पहुंचा पा रहा है।

बताया जाता है कि जल संस्थान के पास टैंकरों की फौज है, लेकिन प्यासे बांदावासियों तक इन टैंकरों की पहुंच नहीं हो पाती। पानी की बर्बादी के संबंध में जब जल संस्थान के अधिशासी अभियंता से सवाल किया गया तो मैदान में पानी की सिंचाई कर जल को बर्बाद करने को उन्होंने वीआईपी प्रोटोकॉल का ही हिस्सा बता दिया। अधिशासी अभियंता राजेश श्रीवास्तव का कहना था कि लोगों को वायु प्रदूषण से बचाने के लिए हेलीपैड क्षेत्र में पानी के छिड़काव किया गया है, बांदा में पानी की किल्लत पर भी जल संस्थान के अधिशासी अभियंता गोलमोल जवाब देते ही नजर आए।

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