Banda News: कब बुझेगी बुंदेलखंड की प्यास? पाइप बिछने के एक साल बाद भी नहीं पहुंचा पानी
Banda News: भीषण गर्मी के बीच बुंदेलखंड के लोगों को पानी के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है।
Banda News: ऐसी प्यास और ऐसा सब्र, दरिया पानी पानी है" शायरी के यह नौ शब्द बुंदेलखंड की कहानी बयां करने के लिए काफी हैं। जो सालों से इस उम्मीद में टकटकी लगाए बैठा है की कछुए की चाल चलने वाला सरकारी महकमा कभी तो उसके द्वार तक पहुंचेगा और इंतजार खत्म होगा । पर बांदा जिले की यह तस्वीरें बात रहीं है की पानी के लिए जिंदगी को और जद्दोजहद करना होगा
पूरे गांव में बिछी पाइप, एक साल बाद भी नहीं आया पानी
बुंदेलखंड में इन दिनों आसमान से आग बरस रही है। सूर्य की अग्नि जिस्म की बूंद बूंद सोखने को उतावली नजर आ रही है। ऐसे में पानी ही एक जरिया है जो इस तपन से छुटकारा दिला सकता है। पर पानी की किल्लत ने लोगों को सूर्य की अग्नि के आगे घुटनों में लाकर खड़ा कर दिया है लोग पानी के लिए लड़ मरने को भी तयार हो जाते हैं। बांदा जिले के दुरेडी गांव की जो भाजपा के विधायक और जलशक्ति मंत्री रामकेश निषाद की विधान सभा क्षेत्र में आता है। जहां हर घर नल योजना के तहत पूरे गांव में पाइप तो बिछ गए पर एक साल से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी इस पाइप लाइन में पानी नहीं पहुंच पाया है। इतना ही नहीं घरों के बाहर लगे नलों की टोटिया भी गायब हैं। गांव के बच्चों से लेकर बूढ़े तक पानी के लिए जद्दोजहद करते नजर आए ग्रामीणों ने जिम्मेदारों पर अनदेखी करने का आरोप लगाया लोगों ने कहा आलम यह है की पानी के लिए लड़ाई तक लड़नी पड़ती है।
प्रधान ने बताई समस्या
गांव में पानी की इस भीषण समस्या के बारे में जानकारी के लिए ग्राम प्रधान से बात की गई। प्रधान से मुलाकात पर उन्होंने बताया की जल संस्थान की पाइपलाइन जगह जगह से टूटी पड़ी है। जिसके चलते पानी नहीं आ पा रहा है। लोगों को सरकारी हैंड पंपों से मशक्कत के साथ पानी भरना पड़ रहा है। वहीं हर घर नल योजना का काम तो पूरा हो गया है पर टंकी तक अभी पानी नहीं पहुंचा पाए हैं।
जल निगम के अधिकारी ने बनाया बहाना
ग्राम प्रधान के बाद ग्रामीण जल निगम के अधिकारी से बात की गई। ये पूछने पर कि जब योजना के कार्य की समय सीमा दिसंबर 2023 को खत्म हो चुकी है तो अभी तक गांव में पानी क्यों नही पहुंचा। उन्होंने लड़खड़ाती जुबान से बताया कि तमाम प्रकार की समस्याएं सामने आई जिसके कारण कार्य समय से पूरा नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि 85 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है और पचास प्रतिशत गांवों में पानी भी पहुंचाया जा रहा है। दुरेड़ी गांव में बोर सफल नहीं हुआ इसलिए अब यमुना नदी का पानी पहुंचाने की तैयारी चल रही हैं।