बदनसीबी ने पहुंचाया यहां तक, मां के इलाज के लिए मांग रही थी पैसे

बाराबंकी में आज एक बदनसीब मां की बेटी के लिए इलाज का पैसा उसके सास ससुर ने नही दिया तो वह हड्डियां गला देने वाली ठण्ड में उंची पानी की टंकी पर चढ़ गई। चार घण्टे बाद जब काफी मनाने के बाद जब वह टंकी से उतरी तो उसने जो आपबीती सुनाई उससे किसी का भी दिल दहल उठेगा ।

Update: 2019-12-27 07:15 GMT

बाराबंकी: बाराबंकी में आज एक बदनसीब मां की बेटी के लिए इलाज का पैसा उसके सास ससुर ने नही दिया तो वह हड्डियां गला देने वाली ठण्ड में उंची पानी की टंकी पर चढ़ गई। चार घण्टे बाद जब काफी मनाने के बाद जब वह टंकी से उतरी तो उसने जो आपबीती सुनाई उससे किसी का भी दिल दहल उठेगा । इस मां के अकेलेपन में जहाँ इसके ससुराल वालों ने यातनाएं दी वहीं समाज के जिम्मेदार लोगों ने इसका भरपूर फायदा उठाने का प्रयास किया। जिस पुलिस थाने पर यह इन्साफ मांगने गयी वहीं के पुलिस वाले ने इसपर बुरी नज़र डाली । इस माँ के आरोप में आरोपी पुलिसकर्मी को पुलिस अधीक्षक ने तत्काल निलम्बित कर दिया है।

ये भी पढ़ें:ग़ालिब को शराब पसंद थी, ग़ालिब की तारीफ में ‘ग़ालिब’ ही कह सकते हैं, उनकी 25 शायरियां

वाक्या बाराबंकी के थाना देवा इलाके का है

बाराबंकी के थाना देवा इलाके में बनी इस उंची पानी की टंकी पर जो महिला चढ़ी हुई है उसका नाम गुलफ्शा है । इसकी बदनसीबी ने इसे कड़ाके की ठण्ड में पानी की उंची टंकी पर चढ़ने को मजबूर कर दिया। चार घण्टे से ज्यादा समय तक यह हड्डीयां गला देने वाली ठण्ड में टंकी पर ही ठिठुरती रही । काफी मनाने पर जब यह टंकी से उतरी तो इसका शरीर ठण्ड से कांप रहा था। काफी देर तक आग के पास बैठने के बाद जब इसने अपनी आपबीती सुनाई तो सबने अपने दांतों तले उंगली दबा ली ।

गुलफ्शा ने बताया कि उसकी शादी 6 माह पहले हुई थी, शादी के बाद पति की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गयी थी । पति की मृत्यु के बाद उसके नन्दोई की उस पर बुरी नज़र रहती थी । ससुराल वालों का भी उसके प्रति व्यवहार ठीक नही था और उसे भूंखा रखने के साथ-साथ वह तरह-तरह की यातनाएं देते थे । दो माह पहले ही उसने एक बेटी को जन्म दिया था और पिछले दिनों उसकी तबियत ज्यादा खराब हो गयी थी।

राजधानी लखनऊ के एक निजी अस्पताल में उसने बेटी को भर्ती कराया और इलाज के खर्च को लेने के लिए वह अपनी ससुराल आयी थी मगर ससुराल वालों ने उसकी उसे खर्च देने से ही मना नही किया बल्कि उसकी बेटी को अपना खून मानने से इनकार कर दिया । ससुराल से निराश होकर वह न्याय के लिए थाना देवा पहुँची जहाँ एक पुलिस के सिपाही जिसका नाम नियाज़ी है ने उससे अभद्रता की और उससे अश्लील बातें करते हुए कहा कि मेरे घर चलो इलाज का पैसा मै दे दूँगा । रोते बिलखते वह थाने से लौट आयी और उसने पानी की टंकी पर चढ़ जाने का निर्णय लिया ।

ये भी पढ़ें:मनोज तिवारी का बयान अगर हो जाए सच, बच्चें भूल जाएंगे चाचा नेहरू का जन्मदिवस

इस मामले में जब हमने बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक आर.एस. गौतम से बात की तो उन्होंने बताया कि पारिवारिक मामले से क्षुब्ध होकर एक महिला पानी की टंकी पर चढ़ी थी जिसे समझा बुझा कर उतार लिया गया है , यह महिला अपने सास ससुर से अपनी बेटी के इलाज के खर्च की मांग कर रही थी मगर सास ससुर द्वारा पैसा नही दिया गया । इस महिला का यह भी आरोप है कि वह थाने पर एक हेडकांस्टेबल नियाज से भी मिली जिसने उसके साथ दुर्व्यवहार किया । महिला की शिकायत पर नियाज को निलंबित कर दिया गया है और उसके आरपों और पूरे प्रकरण के हर एक पहलू की जांच करवा कर वैधानिक कार्यवाई की जाएगी ।

Tags:    

Similar News