Barabanki News: बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन के ट्रैक पर घूमती रहीं गायें, स्टेशन मास्टर दिखाते रहे हरी झंडी
Barabanki News: लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन की रफ्तार धीमी कर दी, जिससे किसी भी तरह की दुर्घटना होने से बच गई।;
बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन के ट्रैक पर घूमती रहीं गायें (photo: social media )
Barabanki News: बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर एक चौंकाने वाली घटना घटी। जब वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के सामने अचानक 5-6 छुट्टा गायें आ गईं। सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि स्टेशन मास्टर लगातार लोको पायलट को हरी झंडी दिखा रहे थे जबकि रेलवे ट्रैक पर गायें घूम रही थीं। जैसे ही ट्रेन उनके करीब पहुंची, स्टेशन मास्टर को अहसास हुआ कि ट्रैक पर खतरा है। उन्होंने तुरंत झंडी लेकर ट्रैक पर मौजूद गायों को हटाया, जिसके बाद वंदे भारत ट्रेन आगे बढ़ सकी। इस दौरान लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन की रफ्तार धीमी कर दी, जिससे किसी भी तरह की दुर्घटना होने से बच गई। हालांकि यह घटना रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
यह सवाल उठना लाजमी है कि रेलवे स्टेशन जैसे संरक्षित स्थान पर आखिर गायें कैसे पहुंचीं। आमतौर पर रेलवे स्टेशन पर गार्ड तभी हरी झंडी दिखाता है जब ट्रैक पूरी तरह साफ होता है, लेकिन इस मामले में लापरवाही साफ नजर आई। स्थानीय लोगों के मुताबिक स्टेशन पर आवारा पशुओं की आवाजाही आम बात हो गई है, जिससे रेल संचालन में बाधा उत्पन्न हो सकती है। वहीं इस घटना का किसी ने वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो बृहस्पतिवार शाम करीब 4 बजे का है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि स्टेशन मास्टर ट्रेन को हरी झंडी दिखा रहे हैं, लेकिन ट्रैक पर गायें घूम रही हैं। लोगों ने इस पर नाराजगी जताते हुए रेलवे से जवाब मांगा है कि आखिर ऐसी लापरवाही क्यों बरती गई।
ट्रायल रन के दौरान एक गाय के ट्रैक पर आने से क्षतिग्रस्त हो गई थी ट्रेन
वंदे भारत एक्सप्रेस जिसे ट्रेन 18 के नाम से भी जाना जाता है, भारत की पहली सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन है। इसे 15 फरवरी 2019 को लॉन्च किया गया था और यह 160 किमी/घंटा तक की रफ्तार से दौड़ सकती है। वर्तमान में भारत में 34 वंदे भारत ट्रेनें विभिन्न रूट्स पर संचालित हो रही हैं। यह पहली बार नहीं है जब वंदे भारत एक्सप्रेस के सामने आवारा पशु आए हों। इससे पहले भी कई बार ट्रैक पर मवेशी आ जाने की घटनाएं सामने आई हैं। राजस्थान के कोटा में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के ट्रायल रन के दौरान एक गाय के ट्रैक पर आने से ट्रेन क्षतिग्रस्त हो गई थी। बाराबंकी की इस घटना ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रेलवे प्रशासन को चाहिए कि वह स्टेशन और ट्रैक के आसपास छुट्टा पशुओं की आवाजाही को रोकने के लिए उचित कदम उठाए।