दामाद के निधन की खबर सुनते ही दिग्विजय सिंह पहुंचे रामनगर, अंतिम संस्कार में शामिल हुए कई राजघराने
Barabanki: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की बड़ी बेटी से राजा रत्नाकर सिंह की शादी हुई थी। दामाद के निधन की सूचना मिलते ही दिग्विजय सिंह चुनावी कार्यक्रम कैंसिल करके रामनगर पहुंचे।
Barabanki News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के दामाद और बाराबंकी की रामनगर (धमेड़ी) स्टेट के राजा व समाजसेवी कुंवर रत्नाकर सिंह का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह की बड़ी बेटी से राजा रत्नाकर सिंह की शादी हुई थी। दामाद के निधन की सूचना मिलते ही दिग्विजय सिंह अपने सारे चुनावी कार्यक्रम कैंसिल करके रामनगर पहुंचे। राजा के अंतिम संस्कार में पूर्व सांसद पीएल पुनिया, बीजेपी की वर्तमान प्रत्याशी राजरानी रावत, पूर्व विधायक शरद अवस्थी, पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप समेत कई राज्यों के जाने-माने दिग्गज नेता और कई राज घराने पहुंचे।
दरअसल रामनगर (धमेड़ी) स्टेट के राजा और समाजसेवी कुंवर रत्नाकर सिंह का लंबी बीमारी के इलाज के दौरान निधन हो गया। उनका दाह संस्कार पैतृक नगर रामनगर में किया गया। वहीं राजा रत्नाकर सिंह के निधन की खबर सुनकर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। रामनगर स्टेट में जनता आखिरी दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को रखा गया है। जहां लोग पहुंच रहे हैं। राजा रत्नाकर सिंह की मृत्यु से जनमानस को बड़ा ही आघात पहुंचा है। क्षेत्र में सभी लोग उनके आखिरी दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं।
बता दें कि राजकुमार रत्नाकर सिंह बहुत ही सरल स्वभाव व सज्जन व्यक्ति थे। वह गरीबों की मदद के लिए हर समय तैयार रहते थे। रामनगर में दशहरे से लेकर अनेक कार्यक्रमों में भाग लेते थे। नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस के प्रदेश सचिव रहकर गांव से लेकर देश के हित में उन्होंने अनेक कार्य किया। जिनकी प्रशंसा लोग आज भी करते हैं। रामनगर स्टेट के राजघराने का परिवार नगर पंचायत के निवासियों के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चलता था। नगर के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक इस परिवार के लोगों की प्रशंसा करते हैं। क्योंकि इस परिवार ने क्षेत्र में कभी किसी का नुकसान नहीं होने दिया। आज भी इन्हीं के परिवार के द्वारा बहुत बड़ी बाजार लगवाई जाती है। इस बाजार में स्थानीय लोगों के साथ-साथ बाहर से भी काफी संख्या में लोग अपने सामान को बेचने व खरीदारी करने आते हैं।