Barabanki News: आर्टिस्टों का कमाल, 30 हजार स्कवायर फीट में बना डाला स्वामी विवेकानंद का विशालकाय पोर्ट्रेट
सात दोस्तों ने मिलकर स्वामी विवेकानंद की यह शानदार पेंटिंग बनाई है। आर्टिस्ट रवि धीमान और उनकी टीम पहले भी इस तरह के कई कमाल कर चुकी है।
Barabanki News: जिले में युवा पोर्ट्रेट आर्टिस्ट ने 30 हजार स्कवायर फीट में स्वामी विवेकनंद की शानदार विशालकाय पेंटिंग बनाकर जनपद का नाम प्रदेश में नहीं बल्कि देश में भी रोशन किया है। इस विशालकाय पेंटिंग के चर्चे अब दूर-दूर तक हो रहे हैं। सात दोस्तों ने मिलकर स्वामी विवेकानंद की यह शानदार पेंटिंग बनाई है। आर्टिस्ट रवि धीमान और उनकी टीम पहले भी इस तरह के कई कमाल कर चुकी है। यह लोग पहले भी इस तरह के कई पोर्ट्रेट बनाकर इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं। अब इन युवाओं का सपना है कि जल्द ही इनकी इस नई पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में भी स्थान मिले।
इस युवा आर्टिस्ट का नाम रवि कुमार धीमान है और वह बाराबंकी जिले के कोठी उस्मानपुर निवासी का निवासी है। आर्टिस्ट रवि कुमार धीमान और उनकी सात लोगों टीम ने बाराबंकी जिले के लक्ष्बर बजहा में स्थित सिटी ग्रुप ऑफ कॉलेजेस के ग्राउंड में 30 हजार वर्ग फीट में यह स्वामी विवेकानंद की शानदार विशालकाय पेंटिंग बनाई है। इससे पहले यह सभी बाराबंकी में लखपेड़ाबाग कॉलोनी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के प्रांगण में स्वामी विवेकानंद का 12 हजार स्क्वायर फीट में स्वामी विवेकानंद का विशालकाय चित्र बनाकर नया इतिहास रच चुके हैं। ठिठुरती रातों की परवाह किए बिना अपने सात सहयोगियों के साथ आर्टिस्ट रवि धीमान और उनकी टीम ने तय समय पर जिले में अब तक का यह सबसे बड़ा चित्र भी बना डाला। चित्र बनाने में रवि कुमार धीमान का सहयोग करने वालों में अर्जुन, बृजेश कुमार, अनुराग कोविंद, राघवेंद्र प्रताप सिंह, अमन कुमार, राहुल कुमार और शशांक पटेल मुख्य रूप से शामिल रहे।
अब इन युवाओं का सपना है कि जल्द ही इनकी इस नई पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में भी स्थान मिले। रवि कुमार धीमान और उनकी टीम पहले भी 14 हजार स्कवायर फीट में शहीद भगत सिंह, 10 हजार स्क्वायर फीट में सरदार बल्लभ भाई पटेल और 12 हजार स्क्वायर फीट में स्वामी विवेकानंद का पोर्ट्रेट बनाकर इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा चुकी है।
रवि धीमान ने बताया कि 30 हजार स्कवॉयर फीट के इस पोर्ट्रेट को बनाने में उनकी टीम को 10 दिन और रात का समय लगा। उन्होंने बताया कि बीच में एक दिन बारिश के चलते यह पोर्ट्रेट पूरा तरह से खराब हो गया था। जिसे बाद में फिर से मेहनत करके बनाया गया। अब चित्र को देखने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। रवि कुमार धीमान के मुताबिक वह अपनी इस पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज कराना चाहते हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि उनकी पेंटिंग को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया जाए।