'सपा-कांग्रेस-बसपा मिलकर भी लड़ें, तो भी चुनाव BJP ही जीतेगी'- MP उपेंद्र रावत
Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस प्रत्याशियों की लिस्ट आनी बाकी है। लेकिन, कांग्रेस नेता तनुज पुनिया का टिकट लगभग फाइनल मान रहे हैं। वहीं, बीजेपी सांसद ने निशाना साधा है।
Barabanki News: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन फाइनल हो गया है। दोनों पार्टियों में गठबंधन के फॉर्मूले पर सहमति आखिरकार बन गई है। दोनों दलों की राज्य इकाइयों ने गठबंधन की घोषणा कर दी। यूपी में कुल 80 लोकसभा सीटें हैं। सपा ने कांग्रेस को बाराबंकी समेत कुल 17 सीटों का ऑफर दिया था, जिस पर अब कांग्रेस राजी हो गई है।
'पिछली बार से भी बड़े अंतर से जीतेंगे'
वहीं, बाराबंकी लोकसभा सीट गठबंधन के बाद कांग्रेस के पाले में जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी से लोकसभा सांसद उपेंद्र सिंह रावत (BJP MP Upendra Singh Rawat) ने भी निशाना साधा है। बाराबंकी से सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने कहा, 'सपा-बसपा और कांग्रेस तीनों मिलकर चुनाव लड़ लें, तब भी वह भारतीय जनता पार्टी को हरा नहीं पाएंगे। बीजेपी इस बार बाराबंकी लोकसभा सीट पिछली बार से भी बड़े अंतर से जीतने जा रही है'।
पी.एल. पुनिया के बेटे तनुज की दावेदारी
दरअसल, इंडिया गठबंधन में लंबे समय से सीट शेयरिंग को लेकर जारी खींचतान के बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में बात आखिरकार बन ही गई। दोनों दलों के बीच एक फॉर्मूला तैयार हुआ है। समाजवादी पार्टी ने गठबंधन के तहत कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में बाराबंकी समेत कुल 17 लोकसभा सीटें दी हैं। ऐसे में बाराबंकी लोकसभा सीट से कांग्रेस की तरफ से पूर्व राज्यसभा सांसद पी.एल. पुनिया के बेटे तनुज पुनिया (Tanuj Punia) की दावेदारी काफी मजबूत हो गई है।
कांग्रेस प्रत्याशियों की लिस्ट आनी बाकी
हालांकि, अभी कांग्रेस प्रत्याशियों की लिस्ट आनी बाकी है। लेकिन, कांग्रेस नेता तनुज पुनिया का टिकट लगभग फाइनल मान रहे हैं। वहीं, सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के तहत हुए सीट बंटवारे पर बाराबंकी से भाजपा सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने निशाना साधा है।
उपेंद्र रावत का सपा-कांग्रेस-बसपा को चैलेंज
भाजपा सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने आगे कहा, 'वह 2017 में सपा और कांग्रेस के गठबंधन प्रत्याशी से चुनाव जीतकर बाराबंकी की जैदपुर विधानसभा सीट से विधायक हुए थे। तब उन्होंने तनुज पुनिया को बड़े अंतर से शिकस्त दी थी। उसके बाद 2019 में भी उन्होंने सपा और बसपा के गठबंधन प्रत्याशी को बड़े अंतर से लोकसभा चुनाव हराया था। ऐसे में इस बार उनकी इच्छा थी, कि वह सपा-बसपा और कांग्रेस तीनों के गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ें। क्योंकि, तब भी भारतीय जनता पार्टी ही बड़े अंतर से बाराबंकी लोकसभा सीट पर चुनाव जीतेगी। उपेंद्र रावत ने कहा कि, उन्हें सपा और कांग्रेस के इस गठबंधन से कोई भी परेशानी नहीं होने वाली। भारतीय जनता पार्टी बाराबंकी लोकसभा सीट एक बार फिर पहले से भी बड़े अंतर से जीतने जा रही है'।