UP Politics: 'मायावती को पीएम बनाने का देखा था सपना, हम क्यों...', बसपा सुप्रीमो पर अखिलेश के बयान से चढ़ा सियासी पारा
UP Politics: अखिलेश ने आगे कहा कि, 'आखिर मायावती को प्रधानमंत्री बनाने के पक्ष में रहने वाली पार्टी क्यों उनका अपमान करेगी? अगर समाजवादी पार्टी का सम्मान मायावती को खराब लग रहा है, तो इसमें हम लोग अब क्या करें।'
Barabanki News: लोकसभा चुनाव 2024 में मायावती के अकेले चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद उत्तर प्रदेश में एक बार फिर राजनीतिक बयानबाजी चरम पर है। मायावती के बयान पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार किया। अखिलेश यादव ने बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को प्रधानमंत्री बनाने का बयान देकर प्रदेश में एक बार फिर सियासी खलबली मचा दी है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, 'हमने मायावती को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देखा था। मायावती को प्रधानमंत्री बनाने के पक्ष में रहने वाली पार्टी उनका अपमान क्यों करेगी?
अखिलेश यादव- 'शायद उन पर किसी तरह का दबाव है'
अखिलेश यादव ने ये बातें बाराबंकी में एक सभा को संबोधित करते हुए कही। अखिलेश यहां सपा नेताओं से मुलाकात करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'समाजवादी पार्टी ने बसपा सुप्रीमो मायावती को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देखा था। क्योंकि, हमारी पार्टी चाहती थी कि प्रधानमंत्री उस वर्ग से हो जिसने समाज की तमाम बुराइयों का हजारों साल सामना किया है। मायावती द्वारा खुद को गिरगिट की तरह रंग बदलने वाला कहे जाने पर अखिलेश ने कहा कि, हमने बसपा को सम्मान देने का काम किया। ऐसे में मायावती की ओर से इस तरह के बयान का मतलब है कि शायद उन पर किसी तरह का दबाव है'।
'संविधान खतरे में है, तब मायावती आरोप लगा रहीं'
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, 'सपा और बसपा की सबसे पहली शर्त ही मायावती को प्रधानमंत्री बनाने को लेकर थी। उन्होंने कहा, मायावती को यह नहीं भूलना चाहिये कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के चलते ही बसपा ने कई लोकसभा सीटें जीती थीं। आज जब देश का संविधान खतरे में है, तब मायावती उसकी रक्षा के बजाय सपा पर ही आरोप लगा रही हैं।'
अखिलेश- हम क्यों मायावती का अपमान करेंगे
अखिलेश ने आगे कहा कि, 'आखिर मायावती को प्रधानमंत्री बनाने के पक्ष में रहने वाली पार्टी क्यों उनका अपमान करेगी? अगर समाजवादी पार्टी का सम्मान मायावती को खराब लग रहा है, तो इसमें हम लोग अब क्या करें। बसपा सुप्रीमो जरूर किसी के दबाव में इस तरह की बयानबाजी कर रही हैं।
हम पीडीए को सम्मान दिलाने की लड़ाई लड़ रहे
सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि, 'हम पीडीए को सम्मान दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। पीडीए में आधी आबादी और दलित भी शामिल हैं। ऐसे में हम लोग आधी आबादी को सम्मान देने की बात कर रहे हैं। हम लगातार अपने गठबंधन को मजबूत करने और दूसरे दलों को जोड़ने की कोशिशें करते रहेंगे। इस चुनाव में हमारे लिये पीडीए ही भगवान हैं। पीडीए हमारे साथ है, तो हमें किसी का डर नहीं। इस बार पीडीए ही भाजपा को उत्तर प्रदेश से हटाएगी।'