Barabanki: SP विधायक ने मायावती से की बड़ी अपील, I.N.D.I.A गठबंधन पर बयान से छिड़ी बहस
Barabanki: बहुजन समाज पार्टी इंडिया गठबंधन में शामिल होना चाहिये या नहीं। इसको लेकर बहस काफी दिनों से छिड़ी हुई है। खुद समाजवादी पार्टी में ही इसे लेकर अलग-अलग नेताओं की अलग-अलग राय है।
Barabanki News: बहुजन समाज पार्टी इंडिया गठबंधन में शामिल होना चाहिये या नहीं। इसको लेकर बहस काफी दिनों से छिड़ी हुई है। खुद समाजवादी पार्टी में ही इसे लेकर अलग-अलग नेताओं की अलग-अलग राय है। इंडिया गठबंधन की पहली बैठक के बाद से ही मायावती के विपक्षी खेमे में शामिल होने को लेकर कयास लगाए जाते रहे हैं। ज्यादा कयासबाजी के बाद बहुजन समाज पार्टी ने साफ भी किया था कि वह न तो एनडीए और न ही इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनेगी। लेकिन अखिलेश यादव के विधायक ने मायावती के इंडिया गठबंधन में शामिल होने को लेकर एक नया बयान दे दिया है। जिसके बाद से एक बार फिर इसे लेकर बहस तेज हो गई है।
दरअसल बाराबंकी की रामनगर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक और पूर्व मंत्री फरीद महफूज किदवई ने कहा कि उनकी व्यक्तिगत इच्छा है कि भाजपा और इंडिया गठबंधन की सीधी लड़ाई हो। वन टू वन लड़ाई के बाद ही विपक्ष भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त दे पाएगा। इसके लिए बहुजन समाज पार्टी को इंडिया गठबंधन में शामिल करने के प्रयास किए जाने चाहिए।
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि मायावती को इंडिया एलायंस का हिस्सा बनना चाहिये। जिससे 2024 के लोकसभा चुनावों में केंद्र से भाजपा का सफाया किया जा सके। इसके अलावा सपा विधायक ने कहा कि योगी सरकार में अगर कोई भी काम करवाना है तो सीधा ब्यूरोक्रेट्स से मिलना पड़ेगा। क्योंकि भाजपा सरकार का कोई भी मंत्री और नेता कोई भी काम नहीं करवा सकते। लेकिन अधिकारी ने अगर चाह लिया। वह कोई भी काम करवा सकते हैं।
पौराणिक स्थलों को नेशनल हाईवे से जोड़ने की आवश्यकता
इसके अलावा फरीद महफूज किदवाई ने बाराबंकी के महादेवा कॉरिडोर को भगहर झील, कुंतेश्वर महादेव मंदिर, पारिजात, हेतमापुर और कोटवाधाम से जोड़े जाने की आवश्यकता जताई। सपा विधायक ने कहा कि पौराणिक स्थलों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करवाने से पहले नेशनल हाईवे से जोड़ने की आवश्यकता है। ताकि लोगों का आवागमन सुगम हो सके और बाराबंकी को भी उत्तर प्रदेश के पर्यटन मानचित्र में स्थान मिल सके।
उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को प्रस्ताव दिया है। उनके ही प्रस्ताव पर भगहर झील और पारिजात वृक्ष को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए राशि की मंजूरी मिली है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के लिए वह प्रयास जरुर कर रहे थे लेकिन इसका श्रेय जिलाधिकारी और प्रभागीय वन अधिकारी को जाता है।