Barabanki: युवक ने नई तकनीक से शुरू किया मधुमक्खी पालन, कर रहे शहद का दुगना उत्पादन

Barabanki:जिले के एक युवक ने मधुमक्खी पालन पांच बॉक्स से शुरू किया था। आज इनके पास 2700 से अधिक मधुमक्खी के बक्से हैं और अपनी खुद की पुश्तैनी जमीन पर पालन कर रहे हैं।

Report :  Sarfaraz Warsi
Update: 2023-12-11 09:10 GMT

बाराबंकी में युवक ने नई तकनीक से शुरू किया मधुमक्खी पालन (न्यूजट्रैक)

Barabanki News: जिले के एक युवक ने मधुमक्खी पालन पांच बॉक्स से शुरू किया था। आज इनके पास 2700 से अधिक मधुमक्खी के बक्से हैं और अपनी खुद की पुश्तैनी जमीन पर पालन कर रहे हैं। इसके अलावा वह जिले में अलग-अलग क्षेत्र में मधुमक्खी पालन करा रहे हैं। इसके अलावा कुछ नया करने की चाहत में अजीत वर्मा ने विदेश में मधुमक्खी पालन करने वाले बड़े किसानों से संपर्क किया और उनके सहयोग से करीब एक साल पहले मधुमक्खियां के कृत्रिम गर्भाधान के लिए लैब तैयार की। उनका दावा है कि ऐसा करने वाले वह देश के पहले किसान हैं। कृत्रिम गर्भाधान से तैयार होने वाली रानी मधुमक्खी के जरिए व सरमान्य मधुमक्खियां की तुलना में दुगना शहद उत्पादन कर रहे हैं।

बाराबंकी जिले के विकासखंड हरक क्षेत्र के ग्राम दरावपुर निवासी अजीत कुमार ने 2700 बॉक्स पर शहद उत्पादन कर रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में प्रति बॉक्स शहद का उत्पादन काफी कम हुआ तो अजीत ने ऑनलाइन अमेरिका चीन के मधुमक्खी पलकों से संपर्क किया और व्हाट्सएप मैसेंजर के जरिए प्रशिक्षण प्राप्त किया। वर्ष 2022 में भारत में पहले कृत्रिम रानी गर्भाधान लाइव की स्थापना की यह कृत्रिम रूप से रानी मधुमक्खी में तीन चरणों के चुनाव के बाद का संशोधित सिमेंश से ड्रोन विधि से गर्भाधान कर रहे हैं। इस प्रकार से तैयार की गई रानी मधुमक्खी के बॉक्स में प्रतिवर्ष 25 से 30 किलोग्राम की जगह 55 से 60 किलोग्राम शहद का उत्पादन होता है।

वहीं अजीत वर्मा ने बताया कि सबसे पहले ज्यादा शहद उत्पादन करने वाले बॉक्स से ड्रोन विधि से नर मधुमक्खी ले लेते हैं इसके बाद इसको लाइव ले जाकर उसका सीमेंन निकलते हैं जिसे नाइट्रोजन में करीब 45 मिनट तक डुबोकर रखा जाता है ताकि सिमेंश में न्यूट्रिशन बन सके इसके बाद लाइव में 9 माइक्रो लीटर सिमेंश रानी मधुमक्खी को इनक्यूबेटर में 3 से 4 दिन रखा जाता है ताकि वह अंडा देने के लिए तैयार हो सके। रानी मधुमक्खी की मांग जिले के साथ दिल्ली पंजाब राजस्थान व मध्य प्रदेश के किसानों में ज्यादा है। यह किसान व्हाट्सएप के जरिए हमसे संपर्क करते हैं और ऑर्डर के अनुसार रानी मधुमक्खी भेजी जाती है।

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