मुर्दों को पेंशन दे रही सरकार, गजब है-ऐसे भी होता है क्या...

सीडीओ ने कहा कि जितनी भी पेंशन स्कीम है चाहे वह वृद्धावस्था पेंशन हो चाहे विधवा पेंशन सभी की समय समय पर समीक्षा की जाती है। हर छह महीने साल भर में इसका सर्वे करवाया जाता है। जिसमें कुछ लोगों की मौत हो चुकी होती है या फिर वे अपात्र घोषित हो जाते हैं। ऐसे में उनका नाम काट दिया जाता है।

Update:2019-12-25 16:41 IST

बरेली: उत्तर प्रदेश के सरकारी विभागों भ्रष्टाचार के मामले आए दिन उजागर होते रहते हैं, ऐसे ही यूपी के बरेली में वृद्धावस्था पेंशन देने में बड़ी धांधली सामने आई है। यहां समाज कल्याण विभाग ने 1149 मुर्दों को ही पेंशन बांट दिया। शिकायत के बाद इस मामले का खुलासा हुआ। गोपनीय जांच में हुए इस खुलासे के बाद सभी मृतकों की पेंशन बंद कर दी गई है।

ये भी पढ़ें—ट्रंप-पुतिन के लिए खतरनाक है 2020, बाबा वेन्गा ने की ये डराने वाली भविष्यवाणियां

मिली जानकारी के मुताबिक समाज कल्याण विभाग ने 1149 मृतकों को करीब 70 लाख रुपये पेंशन के तौर पर बांट दिया। यही नहीं विभाग कई महीने तक मृतकों को पेंशन देता रहा। वहीं इस मामले में सीडीओ सतेंद्र कुमार का कहना है कि सर्वे के दौरान जब पता चला कि 1149 मुर्दो के खाते में पेंशन बाट दी गई है तो तत्काल उनकी पेंशन पर रोक लगा दी गई।

क्या कहते हैं जिम्मेदार?

सीडीओ ने कहा कि जितनी भी पेंशन स्कीम है चाहे वह वृद्धावस्था पेंशन हो चाहे विधवा पेंशन सभी की समय समय पर समीक्षा की जाती है। हर छह महीने साल भर में इसका सर्वे करवाया जाता है। जिसमें कुछ लोगों की मौत हो चुकी होती है या फिर वे अपात्र घोषित हो जाते हैं। ऐसे में उनका नाम काट दिया जाता है।

ये भी पढ़ें—काम की खबर! कब और कहां पैदा हुए थे माता-पिता, जनगणना में पूछे जायेंगे सवाल

मृतकों के खाते से निकलती रही पेंशन

यही नहीं जांच में यह बात भी सामने आई है कि जिन मृतकों के खाते में पेंशन पहुंच रही थी उससे वापस लिया जा रहा है। स्थानीय निवासी अशोक शर्मा ने बताया कि उनसे कहा गया कि अब सभी व्यवस्था ऑनलाइन हो गई है। जिसके बाद लिस्ट जारी की गई। लेकिन उस लिस्ट में कई लोग ऐसे हैं जो मृतक हैं। लेकिन उनके खाते में पेंशन जा रही है और बाकायदा निकाली भी जा रही है। लेकिन जो पात्र हैं वह अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। उनके कागज ही नहीं पूरे हो पा रहे हैं।

Tags:    

Similar News