आगराः डॉ भीम राव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी से संबद्ध स्व-वित्तपोषित कॉलेजों के मालिकों ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी के मुख्य प्रॉक्टर और प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव ने 20 अगस्त को शहर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के सम्मेलन के लिए 1 करोड़ जुटाने के लिए 51,000 रूपए दान करने के लिए संस्था के सदस्यों पर दबाव डाला है। हालांकि श्रीवास्तव ने आरोपो का खंडन करते हुए निराधार बताया है।
कॉलेज एसोसिएशन ने लगाया आरोप
स्व-वित्त कॉलेज एसोसिएशन के महासचिव आशुतोष पचौरी ने आरोप लगाया कि जब कुछ कॉलेज मालिक और एसोसिएशन के सदस्यों ने चीफ प्रॉक्टर से मुलाकात की और बताया की मुख्य प्रॉक्टर श्रीवास्तव ने धमकी दी है कि अगर उन्होंने दान में पैसा नहीं दिया तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। पचौरी ने आरोप लगाया की श्रीवास्तव ने हर स्व-वित्त पोषित कॉलेज से 51 हजार देने की मांग की है ताकि कार्यक्रम के लिए १ करोड़ के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।
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एक भी पैसा न देने का लिया निर्णय
पचौरी ने बताया की एसोसिअशन ने चीफ प्रॉक्टर की धमकी के बावजूद आरएसएस के इस कार्यक्रम के लिए एक भी पैसा न देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन श्रीवास्तव के खिलाफ जिला प्रशासन और उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव के पास एक औपचारिक शिकायत दर्ज करेगी।
श्रीवास्तव ने किया आरोपों का खंडन
चीफ प्रॉक्टर मनोज श्रीवास्तव ने इन आरोपों को निराधार और सामाजिक आयोजन को परेशान करने के लिए किया जा रहा प्रयास बताया। उन्होंने बताया कि जो लोग समारोह में भाग लेना चाहते हैं उनसे 100 रूपए का पंजीकरण शुल्क लिया जाएगा जो की रात के खाने और स्टेशनरी के लिए होगा। उन्होंने अपने आपको आरएसएस का अनुशाषित कार्यकर्ता बताते हुए अन्य कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख प्रदीप ने भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के कार्यक्रम के लिए किसी भी दान राशि की मांग को बिल्कुल निराधार बताया।
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ये रहेगा कार्यक्रम
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 20 और 21 अगस्त को आगरा कॉलेज में दो सम्मेलनों को संबोधित करेंगे। पहले सम्मेलन में जहां वो शिक्षाविदों के साथ विचार विमर्श करेंगे। वही दूसरे में युवा विवाहित जोड़ों के साथ एक बातचीत करना प्रस्तावित है। दोनों सम्मेलन आरएसएस के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का प्रचार करने के उद्देश्य से कर रहे है।