Bhadohi News: देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना ही मेरा लक्ष्य, बोलीं कुश्ती खिलाड़ी रूबी

Bhadohi News: भदोही जनपद की कुश्ती खिलाड़ी रूबी ने कहा कि देश के गोल्ड मेडल लाना मेरा लक्ष्य है, लक्ष्य को पूरा करने में आ रही है आर्थिक समस्या।

Report :  Umesh Singh
Update: 2022-10-06 13:43 GMT

देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना ही मेरा लक्ष्य - कुश्ती खिलाड़ी रूबी

Bhadohi News: भदोही जिला तो वैसे कालीन नगरी के नाम से प्रसिद्ध है। जो पुरे विश्व में अपनी अलग पहचान रखता है। इसके साथ ही भदोही में कुछ ऐसी सख्शियत भी है जो अपने कार्यों से पूरे देश में भदोही के नाम को रोशन किया है। भदोही में राजनीति हो खेलकूद यहां से निकली प्रतिभा अपनी अलग पहचान रखती है। नेताओं में पंडित श्यामधर मिश्र, फूलन देवी, वीरेन्द्र सिंह का नाम जैसे पूरे देश में जाना जाता है वैसे ही भदोही जनपद के खिलाड़ी रिंकू सिंह राजपूत, मुरलीधर बिन्द, यशस्वी जायसवाल समेत प्रतिभाएं है जिनके कार्यों से भदोही का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है। लेकिन भदोही में आज कुछ ऐसी प्रतिभाएं है जो केवल अपनी आर्थिक स्थिति की वजह से बेहतर प्रदर्शन नही कर पा रहे है। और उनको स्थानीय पूंजीपतियों, नेताओं और अधिकारियों का सहयोग न मिलने से उनकी प्रतिभा कुंद हो जाती है।

एक ऐसी ही प्रतिभा भदोही जिले के ज्ञानपुर क्षेत्र के घरावं गांव में है जो मात्र 14 वर्ष की बिटिया है। और उसका नाम है रूबी। रूबी एक इंटरमीडिएट कालेज में अभी कक्षा नौ की छात्रा है। और अभी तक रूबी ने कई कुश्ती प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीत चुकी है। चाहे वह विद्यालय के तरफ से कुश्ती प्रतियोगिता रही हो चाहे जिला प्रशासन के तरफ से प्रतियोगिता रही हो। लेकिन इसके बावजूद भी इस बिटिया को भदोही जिले के समाजसेवी, पूंजीपति, जनप्रतिनिधि और अधिकारी सुध नही ले रहे है। रूबी को मलाल है कि जो लोग देश के लिए कुछ करना चाहते है उनके लिए कोई खास मदद नही हो रही है जबकि जो लोग सम्पन्न है उनको सपोर्ट भी किया जाता है।

रूबी ने कहा कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है जिससे उसे आने जाने में दिक्कत होती है। यदि शासन प्रशासन के तरफ से उसे हास्टल और खाने पीने की सुविधा हो तो उसे पूरा विश्वास है कि वह देश के लिए बहुत हो अच्छा करेगी। रूबी ने कहा कि आर्थिक कमजोरी की वजह से कई ट्रायल और प्रतियोगिता में भाग लेने से वंचित होना पडता है। इसलिए प्रतिभाओं के उत्थान के लिए जनपद के पूंजीपति, जनप्रतिनिधि और अधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिए। जिससे प्रतिभा को आगे बढाया जा सके। रूबी ने बताया कि वह 40-45 भार वर्ग की कुश्ती लड़ती है और रिकार्ड है कि अभी तक एक बार भी रूबी ने सामने वाले पहलवान से मात नही खाई है। अभी हाल ही में रूबी ने एक पुरूष पहलवान को असनावं में आयोजित दंगल में शिकस्त दी थी। हालांकि रूबी को आशा है कि उसकी प्रतिभा को ध्यान में रखते हुए लोग मदद करने के लिए आगे अवश्य आयेंगे। अब तो समय ही बतायेगा कि कौन कौन भदोही की इस बिटिया के मदद में आगे आता है।

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