BHU में संस्कृत को पाठ्यक्रम से हटाने पर संग्राम, छात्रों ने पीएम मोदी को लिखा पत्र

छात्रों ने बड़े आंदोलन के संकेत दिए हैं. विश्वविद्यालय के कुलपति और रजिस्ट्रार से संतोषजनक उत्तर न मिलने के बाद मंगलवार को छात्रों ने संस्कृत विषय फिर से पढ़ाये जाने के सम्बन्ध में PMO को एक पत्र लिखा है.

Update:2020-12-29 21:42 IST
BHU में संस्कृत को पाठ्यक्रम से हटाने पर संग्राम, छात्रों ने पीएम मोदी को लिखा पत्र

वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में संस्कृत विषय को लेकर एक बार फिर से हंगामा बरपा है. हालांकि इस बार मसला कुछ अलग है. अबकी बार संस्कृत पढ़ाने को नहीं बल्कि पाठ्यक्रम से हटाने को लेकर बवाल मचा है. दरअसल संगीत एवं मंच कला संकाय से विश्वविद्यालय ने नये सत्र में संस्कृत विषय को समाप्त कर दिया है. इस विषय के समाप्त करने के बाद से ही छात्र आंदोलन की राह पर हैं.

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छात्रों ने पीएम मोदी को लिखा पत्र

छात्रों ने बड़े आंदोलन के संकेत दिए हैं. विश्वविद्यालय के कुलपति और रजिस्ट्रार से संतोषजनक उत्तर न मिलने के बाद मंगलवार को छात्रों ने संस्कृत विषय फिर से पढ़ाये जाने के सम्बन्ध में PMO को एक पत्र लिखा है. संगीत एवं मंच कला संकाय के शोध छात्र जितेंद्र सिंह ने बताया कि हमारे डिपार्ट में एक सब्जेक्ट संस्कृत का भी था, जिसे विश्वविद्यालय ने सत्र 2020-21 से बंद करने का फैसला लिया है. इसका कई दिनों से विरोध कर रहे हैं.केंद्र सरकार नई शिक्षा नीति में स्वदेश भाषा को अपनाने की बात कर रही है.उसके विपरीत काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में इसके विस्थापन की साजिश की जा रही है.

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संस्कृत के साथ नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं

जितेंद्र सिंह ने कहा कि 18वीं शताब्दी के पहले के सभी ग्रन्थ संस्कृत में ऐसे में भारत की यह सबसे प्राचीन भाषा है और अब उससे ही हमें वंचित किया जा रहा है. हमारी मांग है कि हमारे संकाय में यह सब्जेक्ट पुनः शुरू किया जाए.इसके लिए हमने आज मिन्सिट्री ऑफ़ ह्यूमन रिसोर्स एन्ड डेवलेपमेंट, यूजीसी, प्रधानमंत्री कार्यालय और गृहमंत्रालय को एक चिट्ठी भेजी है.

रिपोर्ट: आशुतोष सिंह

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