वाराणसी. बीएचयू के वीसी ने वैलेंटाइन डे मनाने पर रोक लगाने का फरमान जारी किया है। यूनिवर्सिटी के शताब्दी स्थापना समारोह को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए कुलपति प्रो. गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि वैलेंटाइन डे या उससे जुड़ी कोई भी डे जो युवाओं को भारत के सांस्कृतिक मूल्यों से दूर कर उनमें बुराई लाए उसे नहीं मनाया जाना चाहिए। उधर, लखनऊ यूनिविर्सिटी में भी प्रॉक्टर निशी पांडेय ने ऐसा ही आदेश जारी किया है। आदेश ना मानने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
'यहां भी बनाया जा रहा था हैदराबाद और जेएनयू जैसा माहौल'
वीसी ने कहा-हैदराबाद यूनिवर्सिटी और जेएनयू की तरह ही बीएचयू में नकारात्मक विचार फैला कर माहौल खराब करने की कोशिश चल रही थी। स्टूडेंट्स को ऐसी बातें समझाई और पढ़ाई जा रही थी, जो राष्ट्रीयता के लिए सही नहीं थी। लेकिन रहते यह सब रोक दिया गया।
जेएनयू प्रकरण में दर्ज हो देशद्रोह का मुकदमा
वीसी ने कहा, ''जेएनयू में जो कुछ हुआ वह शर्मनाक है। यह भारत की संप्रभुता पर खतरा है। क्या हम इसे बौद्धिक संपदा कहेंगे, जो लोग अफजल गुरु पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को नकरारते हुए इसे ज्यूडीशियल किलिंग कहते हैं। पाकिस्तान जिंदाबाद और आजाद कश्मीर के नारे लगाते हैं। केरल और छोटे-छोटे राज्यों को पृथक राष्ट्र घोषित करने की मांग करते हैं। ऐसे लोग देशद्रोही हैं। इनके खिलाफ राष्ट्रदोह का मुकदमा चलना चाहिए।
22 को आएंगे मोदी
बीएचयू के शताब्दी स्थापना दिवस समारोह के बारे में कुलपति ने बताया कि केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी मुख्य अथिति के तौर पर इसमें शामिल हो रही हैं। साथ 22 फरवरी को बीएचयू के दीक्षांत समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी शामिल होंगे।
LU में क्या जारी हुआ आदेश?
प्रॉक्टर निशी पांडेय ने बुधवार को आदेश जारी कर कहा कि कैंपस में कोई भी स्टूडेंट किसी अन्य स्टूडेंट को फूल या गिफ्ट नहीं दे सकेगा। इस तरह के गिफ्ट प्रलोभन होते हैं जो माहौल खराब करते हैं। कैंपस पढ़ाई के लिए है ना कि एंटरटेनमेंट के लिए।