Bikru Case: BJP MLC के बाद अब AAP ने की खुशी दुबे की रिहाई की मांग, राज्यपाल को लिखा पत्र

Bikru Case: संजय सिंह ने प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Dharmendra Singh
Update:2021-06-09 01:29 IST

एक प्रेस कांफ्रेस के दौरान आप सांसद संजय सिंह (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

Bikru Case: पिछले साल कानपुर में हुए बिकरू कांड में मुख्य अभियुक्त विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे की नवविवाहित पत्नी खुशी दुबे को मामले में शामिल कर उसे जेल में डालने का मामला अब धीरे धीरे गरमाता जा रहा है। पहले भाजपा के एक एमएलसी ने यह मामला उठाया और अब आम आदमी पार्टी ने भी खुशी दुबे को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की है। पार्टी ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रतिशोध और नफरत के आधार पर काम कर रही है और इसको लेकर लोगों में भारी आक्रोश है।

आम आदमी पार्टी के प्रदेश के प्रभारी और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने इस बारे में एक पत्र भी राज्यपाल को लिखा है जिसमें कहा गया है कि बिकरू कांड में कुछ निर्दोष महिलाओं को दस माह से जेल में रखने का क्या औचित्य है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि पिछले दस माह से खुशी दुबे जेल में है और कई बार उसे अति गंभीर हालत में बाराबंकी व लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पत्र में संजय सिंह ने कहा है कि बिकरू कांड में आरोपी अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे, अमर दुबे की मां क्षमा दुबे, आरोपी हीरू दुबे की मां शांति दुबे, मुख्य आरोपी विकास दुबे की नौकरानी रेखा अग्निहोत्री व उसके ढाई साल के मासूम बेटे को विधि विरुद्ध तरीके से शुरुआती प्राथमिकी में नामजद न होने के बावजूद 10 महीनों से जेल में रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल कानपुर जिले के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दो जुलाई की आधी रात को पुलिस टीम कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई थी तभी विकास दुबे और उसके साथियों ने हमला कर एक पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मियकी हत्या कर दी थी। इसके बाद विकास दुबे फरार हो गया था। बाद में मध्य प्रदेश की उज्जैन पुलिस ने महाकालेश् वर मंदिर परिसर में विकास दुबे को गिरफ्तार किया था। इसके बाद कानपुर लाते समय कथित रूप से भागने की कोशिश कर रहा दुबे पुलिस की गोली लगने से मारा गया। इस मामले को लेकर पुलिस पर बडे सवाल भी उठाए गए थें।
इसके पहले विकास दुबे की तलाश में पुलिस ने उसके भतीजे अमर दुबे को भी मार दिया था। पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के कुछ दिन पहले ही खुशी से अमर दुबे की शादी हुई थी।


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