लखनऊ: निमंत्रण को लेकर एसपी और बीजेपी में तल्खियां बढ़ती नजर आ रही हैं। एक तरफ जहां लखनऊ मेट्रो के उद्घाटन के दौरान सीएम अखिलेश ने होम मिनिस्टर और लखनऊ से एमपी राजनाथ सिंह को निमंत्रण नहीं दिया। वहीं बीजेपी ने भी बदला ले लिया है।
शुक्रवार 2 दिसंबर को गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान बीजेपी ने भी यूपी के सीएम अखिलेश यादव को नहीं बुलाया है। हालांकि गुरुवार को मेट्रो के कार्यक्रम में सीएम ने कहा था कि अभी वह खुद मेट्रो पर नहीं बैठे हैं। जब वह मेट्रो का सफर करेंगे तो राजनाथ सिंह को जरूर बुलाएंगे।
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सपा ने किसी भी केंद्रीय मंत्री को नहीं बुलाया
मेट्रो के उद्घाटन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से न किसी केंद्रीय मंत्री को बुलाया गया था और न ही गृहमंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह को न्योता भेजा गया। मेट्रो के एमडी कुमार केशव ने जब इस बारे में पूछा गया तो वो इसकी वजह नहीं बता सके।
यूपी बीजेपी के महासचिव विजय बहादुर पाठक ने कहा, ”मेट्रो के उद्घाटन में यूपी सरकार की तरह से गृहमंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह को न्योता नहीं भेजा गया है। अखिलेश सरकार को इस खास मौके पर उन्हें बुलाना चाहिए था। यूपी के इस सपने को पूरा करने में केंद्र सरकार ने भी पूरा सहयोग दिया है, जिसे सीएम अखिलेश एक सिरे से नकार रहे हैं। ”
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बीजेपी ने भी नही दिया न्योता
रेलवे के आमंत्रण कार्ड में होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह, रेलमंत्री सुरेश प्रभु,रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, और रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के भी नाम हैं। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल, सतीश चंद्र मिश्र और किरनमय नंदा के नाथ भी शामिल हैं, लेकिन कार्ड में सीएम अखिलेश यादव का नाम गायब है। इस पर रेलवे अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। वह इतना जरूर कह रहे हैं कि कार्यक्रम में क्षेत्रीय प्रतिनिधि को आमंत्रित किया जाता है।
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अखिलेश ने पूरा किया वादा
मेट्रो के कार्यक्रम के दौरान 1 दिसंबर को यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि हमने जो संकल्प लिया था और जो चुनौती नेताजी ने हमे दी थी उसे समय पर हमने पूरा किया है। पूरे देश के लिए समाजवादियों ने एक उदाहरण दिया है कि कैसे निश्चित समय पर काम को पूरा किया जाता है। अखिलेश ने कहा कि पूरा शहर ट्राफिक से परेशान है इससे निजात मिलने का समय अब आ गया है। सीएम ने कहा कि अगर मौका मिला तो वाराणसी में भी मेट्रो चलाएंगे।
मोदी सरकार पर बोला हमला
-नोटबंदी का असर अभी एक साल तक रहेगा केंद्र ने इसके लिए कोई तैयारी नहीं की थी ।
-एक तरफ खुशी है कि मेट्रो शुरू हो गई है वहीं दूसरी ओर पूरे देश को केद्र ने उलझाकर रख दिया है।
-पहले केंद्र सरकार ने कहा कि कुछ दिन में ये समस्या खत्म हो जाएगी लेकिन बाद में दिन बढ़ा दिए।
-जब खर्च नहीं होगा तो विकास नहीं होगा।
-हम जानना चाहते हैं कि बैंकों में कितना रुपया पहुंच पा रहा है।
मुलायम ने दिया था अखिलेश का वक्त
यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह से किया वादा निभा दिया है। रिकॉर्ड समय में अखिलेश ने राजधानी में मेट्रो दौड़ा दी। मुलायम सिंह ने मेट्रो के शिलान्यास के समय अखिलेश को डेढ़ साल में मेट्रो दौड़ाने का वक्त दिया था। सीएम ने तय समय में अपने पिता को दिया वादा पूरा कर दिया है।
क्यों किया था डेढ़ साल में मेट्रो चलाने का वादा
मुलायम सिंह यादव को मेट्रो रेल के शिलान्यास के मौके पर मंच से संबोधित करने के लिए बुलाया गया था। मंच पर मुलायम ने कहा था कि अखिलेश ने आज सिर्फ लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास किया है लेकिन उन्हें ‘अखिलेश’ को ये नहीं मालूम है कि लखनऊ में मेट्रो रेल से सफर कब तक शुरू हो पाएगा।
मुलायम सिंह के इतना कहते ही अखिलेश यादव ने मंच पर ही पिता को जवाब देते हुए कहा था कि लखनऊ में मेट्रो शुरू होने में अभी तीन साल का समय लगेगा। इस पर मुलायम ने कहा था कि मेरे रहते इसको कैसे भी डेढ़ साल के अंदर तैयार कर दो। इसके बाद मंच पर ही सीएम अखिलेश ने अपने पिता मुलायम से वादा किया था कि डेढ़ साल में लखनऊ में मेट्रो चलने लगेगी।
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आजम का विवादित बयान
बीएसपी सुप्रीमो मायावती के बबुआ वाले बयान पर कैबिनेट मंत्री आजम खान ने विवादित बयान दिया है। मेट्रो के उद्घाटन के कार्यक्रम के दौरान आजम ने कहा कि ‘अगर अखिलेश बबुआ तो गोद में उठा लें माया’। आजम के इस बयान से विवाद बढ़ सकता है।
इससे पहले 24 नवंबर को सीएम अखिलेश पीएम मोदी से मिलने दिल्ली गए थे। इस दौरान माया ने कहा था कि “मुलायम का बबुआ मारा मारा फिर रहा है। उसकी हालत बहुत खराब है, सुना है आज वह पीएम से भी मिलने आया है, वह पार्लियामेंट में घूम रहा है। वह किसी को चाचा बोलता है, किसी को बाबा और किसी को बुआ बोलता है। मुलायम के बबुआ की कोई सुन नहीं रहा वह बहुत परेशान है। “
बबुआ घूम रहा है
-मायावती ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था बहुत खराब है।
-इससे वहां लोगों को बैंक और एटीएम से पैसे निकालने में तकलीफ हो रही है।
-सपा मुखिया और उनके बबुआ इधर उधर घूम रहे हैं।
-बबुआ तो आज पार्लियामेंट में भी घूम रहा है।
– मुझे जाेे जानकारी मिली है कि बबुआ आज पीएम ने मिलने आया है।
– बबुआ परेशान है कि उसका कोई भी कहना नहीं मान रहा।
-पुलिस निरंकुश है इसलिए एटीएम से पैसे निकालने वालों पर लाठीचार्ज हो रहा है।