UP News: गाजियाबाद डीएम पर भाजपा नेताओं ने लगाया बेइज्जती करने का आरोप, चाय- नाश्ता के पैसे भी लौटाए
UP News: भाजपा नेताओं ने खत के साथ 700 रूपये भी जिला प्रशासन को भेजा है, जो उनके चाय-नाश्ते पर खर्च हुआ था।
UP News: किसी सत्ताधारी दल का नेता और कार्यकर्ता होने के बावजूद अधिकारियों का खराब व्यवहार से कितनी चोट पहुंचती है, ये कोई गाजियाबाद के भाजपा नेताओं से पूछे। जिले के भाजपाईयों में कलेक्टर राकेश सिंह को लेकर इतनी नाराजगी है कि उन्होंने एक खुली चिट्ठी लिख इसका इजहार किया है। सोशल मीडिया पर अब ये चिट्ठी वायरल हो रही है। भाजपा नेताओं ने खत के साथ 700 रूपये भी जिला प्रशासन को भेजा है, जो उनके चाय-नाश्ते पर खर्च हुआ था।
दरअसल, ये पूरा मामला रविवार का है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 24 दिसंबर को गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंचे थे, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। समारोह में जाने से पहले सीएम योगी जल निगम के गेस्ट हाउस में ठहरे थे। जहां उनसे कुछ स्थानीय भाजपा नेता मिलने पहुंचे थे। आरोप है कि गाजियाबाद डीएम ने उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया और उन्हें बेइज्जत करने का काम किया।
भाजपा नेताओं का क्या है आरोप
रविवार सुबह 9 बजे जल निगम के गेस्ट हाउस में ठहरे सीएम योगी आदित्यनाथ से बीजेपी के पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर, पूर्व विधायक रूप चौधरी समेत कई अन्य स्थानीय नेता मिलने पहुंचे थे। भाजपा नेताओं का आरोप है कि डीएम राकेश सिंह के निर्देश पहले उन्हें एक हॉल में बैठा दिया गया और फिर चाय-नाश्ता कराया गया। इसके बाद सभी को निकासी गेट पर पहुंचने के लिए कहा गया और वहां पर लाइन लगाकर खड़ा रहने के लिए कहा। इस व्यवहार से उन्होंने अपमानित महसूस किया, डीएम ने इस पर कहा कि आपका सम्मान है आपको चाय भी पिलाई गई। इस बीच मुख्यमंत्री का काफिला गेस्ट हाउस से निकल पड़ा और भाजपा नेता मुलाकात करने से रह गए।
डीएम की किस बात पर भड़के भाजपा नेता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचे 12 भाजपा नेताओं ने काफिला गुजरने के बाद कड़ी नाराजगी जाहिर की। नेताओं ने डीएम को एक संयुक्त चिट्ठी लिखी, जिसमें उनपर अपमान करने का आरोप लगाया है। बीजेपी नेताओं ने गाजियाबाद कलेक्टर के चाय पिलाने वाले बयान की निंदा करते हुए लिखा, आपने चाय पिलाने की बात कही तो प्रति चाय 50 रूपये के हिसाब से हम आपको 700 रूपये भेज रहे हैं।
बता दें कि कुछ दिनों पहले स्थानीय बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह ने भी जिले के अधिकारियों पर उनकी उपेक्षा करने का आरोप लगाया था और इस संबंध में मुख्यमंत्री को चिट्ठी भी लिखी थी। सिंह ने अधिकारियों पर जिले में होने वाले विकास कार्यों के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रमों में आमंत्रित नहीं करने का आरोप लगाया था।