BJP Meeting: नगर निकाय चुनाव, प्रत्याशियों के चयन व चुनावी रणनीति पर बड़ी बैठक

BJP Meeting: भाजपा 2022 के विधानसभा चुनाव में परचम लहराने के बाद अब नगर निकाय चुनाव में जीत दर्ज करने की तैयारियों को तेज कर दिया है। आज प्रदेश कार्यालय पर बड़ी बैठक हो रही है।

Update: 2022-10-08 06:47 GMT

नगर निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी की बड़ी बैठक: Photo- Social Media

Lucknow: भारतीय जनता पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव में परचम लहराने के बाद अब नगर निकाय चुनाव में जीत दर्ज करने की तैयारियों को तेज कर दिया है। आज प्रदेश कार्यालय पर बड़ी बैठक हो रही है। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, संगठन मंत्री धर्मपाल सैनी, दोनों डिप्टी सीएम के साथ सभी क्षेत्रों के पदाधिकारी शामिल होंगे। यह बैठक सुबह 11 बजे से शाम तक चलेगी। पहली बैठक कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के नेताओं के साथ होगी। उसके बाद दोपहर 1:30 बजे पश्चिम, ब्रज क्षेत्र की बैठक होगी। दोपहर 3:00 बजे काशी-गोरखपुर की बैठक होनी है।

इस बैठक में नगर पालिका परिषद चुनाव के प्रभारी, सह प्रभारी और संयोजक शामिल होंगे। जिनसे प्रदेश अध्यक्ष, संगठन मंत्री फीडबैक लेंगे और प्रत्याशियों के नाम भी मांगेंगे। अलग-अलग क्षेत्रों की बैठक में नेताओं से राय मशविरा और चर्चा के बाद शाम 5:00 बजे 17 नगर निगमों के प्रभारी, सह प्रभारी और चुनाव प्रभारी की बैठक होगी। भाजपा ने अपनी टीम को 6 क्षेत्रों में बांटा है। इसमें कैबिनेट मंत्री और उनके सहयोग में राज्य मंत्री और संगठन से जुड़े लोगों को भी लगाया गया है। आज की बैठक में चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन, चुनाव प्रबंधन, बूथ प्रबंधन, चुनावी रैली, सभाओं और चुनाव मुद्दों पर मंथन होगा।

भारतीय जनता पार्टी ने पिछले दिनों 17 नगर निगमों में मंत्रियों को प्रभारी और उनके साथ दूसरे नेताओं को सह प्रभारी नियुक्त किया था। आज इसको लेकर भी चर्चा होगी कि अब किस रणनीति के तहत इन सभी को काम करना है। पार्टी ने जिन मंत्रियों और संगठन के नेताओं को नगर निगम की जिम्मेदारी सौंपी है उनकी भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। बीजेपी नेतृत्व ने सभी 17 नगर निगमों और 200 नगर पालिका परिषदों के साथ प्रमुख नगर पंचायतों में कमल खिलाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए पार्टी ने प्रभारी व सह प्रभारी बनाए हैं।

मथुरा वृंदावन, मेरठ, गाजियाबाद और मुरादाबाद नगर निगम को छोड़कर सभी जगह पर प्रदेश सरकार के मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। प्रमुख नगर पालिका परिषदों की भी जिम्मेदारी मंत्रियों के कंधों पर है। मसलन पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र का प्रभार उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को दिया गया है। क्योंकि केशव के पास संगठन से सरकार तक चलाने का लंबा अनुभव है पिछड़ों में उनकी अच्छी पकड़ है इस वजह से वाराणसी का प्रभार उन्हें दिया गया है। दूसरे उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को आगरा नगर निगम का दायित्व दिया गया है। उनके साथ प्रदेश महामंत्री अश्वनी त्यागी को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है।

शाहजहांपुर में तीन मंत्रियों की साख दांव पर

बीजेपी सरकार बनने के बाद शाहजहांपुर नगर निगम बना था। अब यहां पहली बार मेयर के लिए मतदान होगा। यहां से संसदीय कार्य मंत्री और कई बार के विधायक सुरेश खन्ना, पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद और संगठन से सरकार में शामिल हुए सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है। क्योंकि यह तीनों मंत्री इसी क्षेत्र से आते हैं। कौशल विकास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिलदेव अग्रवाल को यहां का प्रभारी बनाया गया है।



 मेरठ-अलीगढ़ में जीत का जोर

2017 के नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 16 में से 14 नगर निगमों पर कब्जा किया था। मेरठ और अलीगढ़ में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। यहां बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। अब 2022 में इसको लेकर खास रणनीति बनाई जा रही है कि इन दोनों सीटों पर कैसे भाजपा परचम लहराए। इसके लिए मेरठ में प्रभारी के तौर पर प्रदेश महामंत्री और नोएडा से विधायक पंकज सिंह को प्रभारी बनाया गया है। उनके साथ राज्यमंत्री केपी मलिक को सह प्रभारी बनाया गया है। वहीं अलीगढ़ में भाजपा ने पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को प्रभारी नियुक्त किया है।

जबकि मथुरा की मांठ सीट से विधायक राजेश चौधरी को सह प्रभारी बनाया है। यह दोनों सीटें पार्टी किसी भी सूरत में जीतना चाहती है। इन्हीं तमाम विषयों को लेकर आज प्रदेश अध्यक्ष भूपेन चौधरी और संगठन मंत्री धर्म सिंह सैनी अपने नेताओं के साथ राय मशविरा कर नगर निकाय चुनाव का खाका तैयार कर नगर निगम, नगर निकाय के प्रभारी, सह प्रभारियों को क्षेत्र में भेजेंगे।

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