Shalabh Mani Tripathi: देवरिया BJP विधायक शलभ मणि त्रिपाठी पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज, जानें पूरा मामला

BJP MLA Shalabh Mani Tripathi: यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान देवरिया में बीजेपी और सपा प्रत्याशी के बीच हुए विवाद में अब बीजेपी के सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी समेत उनके 10 समर्थकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

Update: 2022-06-14 05:27 GMT

शलभ मणि त्रिपाठी (फोटो-सोशल मीडिया)

BJP MLA Shalabh Mani Tripathi: यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान देवरिया में बीजेपी और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के बीच हुए विवाद में अब बीजेपी के सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी (Shalabh Mani Tripathi) समेत उनके 10 समर्थकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। विवाद के बाद पुलिस समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार समेत उनके कई लोगों पर मामला दर्ज कर 25 25 हजार रूपए का इनाम घोषित किया था। हालांकि इस मामले में अभी गिरफ्तारियां नहीं हुई।

जिसके बाद समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अजय सिंह के बड़े भाई प्रकाश सिंह ने कोर्ट में अर्जी दी और बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ भी मामला दर्ज कराने का अनुरोध किया था। जिस पर सोमवार को कोर्ट ने विधायक शलभ मणि त्रिपाठी(Shalabh Mani Tripathi Fir) समेत 10 लोगों पर मामला दर्ज करने का आदेश दिया है।

इन धाराओं में दर्ज हुआ केस

कोर्ट के आदेश के बाद देवरिया सदर से बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी(Shalabh Mani Tripathi) संजय केडिया मयंक ओझा सुनील ओझा सिद्धार्थ ओझा मुकेश शर्मा सर्वेश मिश्रा कमलेश मिश्रा प्रमोद सिंह और महर्षि मणि के खिलाफ आईपीसी की धारा 147 148 149 307 395 352 323 और 506 के तहत गौरी बाजार थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है।

बता दें शलभ मणि त्रिपाठी(Shalabh Mani Tripathi) ने पत्रकारिता छोड़कर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन किया था। उन्हें पहले प्रदेश प्रवक्ता बनाया गया उसके बाद वह सीएम योगी के मीडिया सलाहकार नियुक्त हुए। बीजेपी ने 2022 के चुनाव में उन्हें देवरिया सदर से उम्मीदवार बनाया और वह चुनाव जीतकर विधायक बन गए हैं।

क्या है पूरा मामला?

गौरतलब है की विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान 2 मार्च 2022 की रात को पैसे बांटने के आरोप प्रत्यारोप में बीजेपी और सपा समर्थक आमने-सामने आ गए थे. जिसमें जमकर मारपीट हुई थी और इसमें दोनों पक्ष के लोग घायल हुए थे. बीजेपी नेताओं की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। जब सपा कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज हुआ बीजेपी के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो सपा प्रत्याशी अजीत सिंह के भाई ने कोर्ट की शरण ली.

उन्होंने इस मामले में पुलिस पर आरोप लगाते हुए दूसरे पक्ष पर भी मामला दर्ज करने की अपील की थी। सपा प्रत्याशी अजय सिंह के भाई प्रकाश सिंह के मुताबिक 2 मार्च को उन्हें सूचना मिली थी कि गौरी बाजार थाना क्षेत्र के कर्माजीतपुर गांव में बीजेपी के लोग चुनाव को प्रभावित कर पैसे बांट रहे हैं. यह सूचना पाकर वह मौके पर पहुंचे और अपने भाई को भी वहां बुलाया. जिसके बाद सपा बीजेपी समर्थकों पर मारपीट हुई थी।

बीजेपी के समर्थक मयंक ओझा की तहरीर पर समाजवादी पार्टी के लोगों पर मामला दर्ज किया गया था और 25-25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया. प्रकाश सिंह का आरोप है उनकी तरफ से भी तहरीर दी गई लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. जिसके बाद उन्होंने कोर्ट में अपनी अर्जी डाली और बीते सोमवार को अदालत के आदेश पर बीजेपी विधायक समेत 10 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है.

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