ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर भागने वाले विधायक लापता, इलाके में लगा गायब होने का पोस्ट
बीजेपी के एक विधायक के लापता होने का पोस्टर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
बाराबंकी: कोरोना (corona) के इस हालात में जहां लोगों को बेड न मिलने, अस्पतालों में ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी होने, दवाओं की कालाबाजारी (Black marketing) होने की शिकायतें सामने आने से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हाहाकार मचा, तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) तुरंत एक्शन में आए। उन्होंने एक के बाद एक कई बड़े कदम उठाए और कोरोना संक्रमितों को समुचित चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पूरे प्रदेश का ताबड़तोड़ दौरा कर रहे हैं। लेकिन इस बीच उन्हीं की सरकार के एक विधायक के लापता होने का पोस्टर भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कोरोना के ऐसे कठिन समय में अपने क्षेत्र में जन प्रतिनिधि के नहीं रहने पर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोग पोस्टर लगाकर विधायक के अपने क्षेत्र में न रहने और लोगों की समस्याओं का कोई समाधान न कराने के चलते विरोध जाहिर कर रहे हैं। आपको बता दें कि ये भाजपा के वही विधायक हैं जिनपर कोरोना के संकट काल के दौरान बीते दिनों अपने रुतबे का इस्तेमाल कर गाड़ियों में ऑक्सीजन सिलेंडर भर-भरकर फरार होने का आरोप लगा था।
दरअसल, मामला बाराबंकी की रामनगर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक शरद कुमार अवस्थी से जुड़ा है। विधायक शरद अवस्थी के अपने क्षेत्र में नहीं रहने के कारण विधानसभा रामनगर के गांव अद्रा में लोगों ने उनके लापता होने का पोस्टर लगाकर विरोध शुरू कर दिया है। विधायक जी के लापता होने के पोस्टर का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। यहां के ग्रामीणों ने पोस्टर पर लिखवाया है कि रामनगर विधानसभा से गायब विधायक का पता बताने वाले को दिया जाएगा 1000 रुपए का नगद इनाम।
ऑक्सीजन सिलेंडर ले जाने का लगा था आरोप
आपको बता दें कि ये भाजपा के वही विधायक शरद अवस्थी हैं जिनपर कोरोना के संकट काल के दौरान बीते दिनों अपने रुतबे का इस्तेमाल कर गाड़ियों में भर-भरकर ऑक्सीजन सिलेंडर ले जाने का आरोप लगा था। उस समय भी विधायक जी खुलेआम मुख्यमंत्री के आदेशों धज्जियां उड़ाई थीं और अब उनके कारनामे उनके विधानसभा क्षेत्र से भी सामने आ रहे हैं। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव जीतने के बाद माननीय अपने क्षेत्र से लापता हैं। कोरोनाकाल में भी इन लोगों को क्षेत्र की जनता का हाल-चाल पूछने की चिंता नहीं है। इन लोगों को यहां की जनता खोज रही है, जिन भाइयों को यह दोनों माननीय मिल जाएं, वह उन्हें लेकर गांव आएं। विधायक का गांव लाने वाले को 1000 रुपए का नकद ईनाम दिया जाएगा।
चुनाव जीतने के बाद नहीं दिखे विधायक
गांव के निवासियों ने बताया कि हमारे विधायक जी चुनाव जीतने के बाद एक बार भी यहां दिखाई नहीं पड़े हैं। उन्होंने बताया कि इस गांव में चुनाव के समय वोट मांगने विधायक आये भी नहीं, बल्कि उनके भाई आये थे। उन्होंने वादा किया था कि चुनाव जीतने के बाद वह यहां के लोगों की सारी समस्या हल करा देंगे। लेकिन चुनाव जीतने के बाद न तो विधायक जी ही यहां नजर आए और न ही उनके भाई ही दिखाई पड़े। आलम ये है कि हम लोग विधायक जी से मिलने जाते हैं तो वह मिलते भी नहीं हैं। इसीलिए हम लोगों ने उनकी गुमशुदगी का पोस्टर लगाया है। अगर कोई विधायक जी को लेकर गांव आएगा तो उसे एच हजार रुपये का नकद ईनाम दिया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि इस कोरोनाकाल के कठिन समय पर भी विधायक जी गांव में दिखाई नहीं पड़े। बड़ा दुख होता है कि उन्होंने भाजपा को वोट दिया। लेकिन अब आगे से भाजपा को कोई वोट नहीं देगा।