IAS Neha Jain: बीजेपी सांसद ने कानपुर देहात डीएम नेहा जैन के खिलाफ खोला मोर्चा, लगाए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

IAS Neha Jain: अकबरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने नेहा जैन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने इस संबंध में एक पत्र शासन को लिखा है और महिला आईएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

Update:2023-03-16 16:51 IST
IAS Neha Jain (photo: social media )

IAS Neha Jain: कानपुर देहात जिले की कलेक्टर नेहा जैन की मुश्किलें एकबार फिर बढ़ गई हैं। उनके ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। अबकी बार महिला जिलाधिकारी के खिलाफ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ सांसद ने मोर्चा खोला है। अकबरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने नेहा जैन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने इस संबंध में एक पत्र शासन को लिखा है और महिला आईएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

जानकारी के मुताबिक, अकबरपुर सांसद ने कानपुर देहात जिले में पूर्व में हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में डीएम द्वारा मनमानी करने और भ्रष्टाचार करने की शिकायत की है। पत्र में उन्होंने शासन से नेहा जैन के खिलाफ जांच की मांग की है। सांसद देवेंद्र सिंह भोले के इस खत ने नौकरशाही में हलचल मचा दी है। सत्तारूढ़ दल के सांसद द्वारा शिकायती खत लिखे जाने के बाद माना जा रहा है कि इस मामले में कानपुर देहात की जिलाधिकारी के खिलाफ शासन कोई बड़ा कदम उठा सकता है।

अग्निकांड को लेकर विवादों में घिरी थीं नेहा जैन

कानपुर देहात की डीएम नेहा जैन का विवादों से पुराना नाता रहा है। लेकिन फरवरी में कानपुर देहात जिले में एक अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई में एक महिला और उसकी बेटी की मौत होने के बाद वह सबसे अधिक चर्चा में आईं थीं। जिलाधिकारी नेहा जैन पर इस मामले को लेकर कई गंभीर आरोप लगे थे। आरोप है कि पीड़ित परिवार के मुखिया कृष्ण गोपाल दीक्षित जब अपनी फरियाद लेकर डीएम दफ्तर पहुंचते थे तो उनके साथ बेहद अपमानजनक बर्ताव किया गया।

उनके ही आदेश पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई, जिसमें कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला और उनकी 23 साल की बेटी नेहा आग में जिंदा जलकर मर गईं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हुआ था, जिसमें कलेक्टर जैन नृत्य करती हुई नजर आ रही थीं, ये वीडियो उसी दिन का था, जिस दिन कानपुर देहात जिले में ये दुखद घटना हुई थी। हालांकि, सवालो के घेरे में आने के बावजूद शासन ने अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और न ही उनका ट्रांसफर किया गया।

नेहा जैन को लेकर पहले भी हो चुके हैं विवाद

अकबरपुर सांसद देवेंद्र सिंह भोले पहले भी कानपुर देहात की डीएम नेहा जैन को निशाने पर ले चुके हैं। 12 दिसंबर को पुलिस कस्टडी में मौत का शिकार हुए व्यापारी बलवंत के मामले को लेकर उन्होंने कलेक्टर से कड़ी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि व्यवस्था पर उनका नियंत्रण नहीं है। वहीं, कानपुर देहात महोत्सव में पीएम और सीएम की तस्वीर होर्डिंग से नदारद रहने पर भी काफी बवाल हुआ था। राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने इसके लिए डीएम नेहा जैन को जिम्मेदार ठहराया था।

कौन हैं नेहा जैन ?

लगातार विवादों में रहने के बावजूद कानपुर देहात कलेक्टर नेहा जैन अपने पद पर कायम हैं। उनके खिलाफ एक्शन तो दूर ट्रांसफर तक आदेश नहीं जारी हुआ। वह 2014 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उनकी पढ़ाई-लिखाई बगल के ही कानपुर जिले में हुई है। ट्रेनिंग के दौरान मई 2015 से अक्टूबर 2016 तक वह आगरा में तैनात रही थीं।

दिसंबर 2020 में नेहा जैन यूपी औद्योगिक विकास प्राधिकरण, कानपुर में एसीईओ बनीं। 14 अप्रैल 2022 को उन्हें कानपुर देहात जिले का डीएम बनाया गया, तब से वो इस पद पर काम कर रही हैं। नेहा जैन ने कानपुर देहात अग्निकांड को लेकर उनकी हो रही तीखी आलोचना पर कहा था कि उनका कैरेक्टर असेसिनेशन किया जा रहा है।

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