Aligarh News: ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले बयान पर पलटवार, भाजपा की मुस्लिम नेत्री ने UCC के बताए फायदे

Aligarh News: रूबी आसिफ खान ने कहा कि मौलाना भड़काने का काम करते हैं। अगर वो लोगों को भड़काना बंद कर दें तो मौलानाओं की दुकाने बंद हो जाएंगी।

Update:2023-07-14 18:43 IST

Aligarh News: यूसीसी कानून को मुसलमानों और शरीयत के खिलाफ बताए जाने के मौलाना अब्दुल कासमी के बयान पर भाजपा नेत्री रूबी आसिफ खान ने पलटवार किया है। भाजपा नेत्री रूबी आसिफ खान ने मौलाना कासमी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि मौलाना के द्वारा यूसीसी कानून को लेकर दिया गया बयान बिल्कुल गलत है। ये उनकी अपनी सोच है, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।

मुस्लिम बहन-बेटियों को मिलेगा फायदा

भाजपा नेत्री रूबी आसिफ खान का कहना है कि जो कानून लाया जा रहा है। ये कानून मुस्लिम महिलाओं के लिए बहुत ही अच्छा है। इस कानून से मुस्लिम बहन बेटियों को बहुत बड़ा फायदा मिलने वाला हैं। जिन मुसलमान महिलाओं को उनके शौहर के द्वारा तलाक और बच्चे पैदा नहीं होने पर छोड़ दिया जाता है। इसके बाद इन मुस्लिम महिलाओं को परेशानियों से गुजरना पड़ता है। लेकिन इस कानून के लागू किए जाने के बाद अब ऐसा नहीं होगा। इस कानून के बाद न मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक दिया जाएगा और ना अत्याचार होगा। अगर ऐसे में किसी मुस्लिम महिला के बच्चे नहीं होते हैं। तो वह बच्चे गोद लेकर अब अपनी जिंदगी अच्छे से गुजर बसर कर सकती है।

हिंदू मुस्लिम को लेकर भेदभाव नहीं, फिर कानून क्यूं अलग हो!

भाजपा नेत्री ने कहा कि हमारे हिंदुस्तान में हिंदू मुस्लिम को लेकर किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं हैं। फिर समान नागरिक बिल को लेकर ही क्यों भेदभाव किया जा रहा है। जबकि यह बिल मुसलमान महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद बिल हैं। इससे मुस्लिम महिलाओं को बहुत फायदा मिलने वाला है। जो महिलाएं आज परेशान हैं और उनको न्याय नहीं मिल पा रहा है। परेशान महिलाओं को यूसीसी से बहुत फायदा होगा।

ज्यादा बच्चों वाले बयान पर कहा ये

मौलाना के द्वारा ज्यादा बच्चे पैदा करने वाली महिलाओं से शादी करने के बयान पर रूबी आसिफ खान कहा कि हुजूर में तो बहुत कुछ फरमाया गया है। लेकिन हुजूर की फरमाई गई बातों को लेकर ये मौलाना ही कहां चल रहे हैं। ये हिंदू मुस्लिम की बातें करते हैं और हिंदू मुस्लिम के बीच भेदभाव पैदा करते हैं। मुसलमानों को भड़का दिया जाता है, ऐसा कुछ नहीं है। मुसलमान दो शादियां करें, तीन शादियां करें ये, उनकी शरीयत में सात-सात शादियां कर रहे हैं। उन्होंने मौलाना को नसीहत देते हुए कहा कि अगर ये लोग सात-सात शादियां करने के बजाए अगर हमारी एक ही बहन बेटी को इज्जत के साथ रखें तो बेहतर होगा। रूबी आसिफ खान ने कहा कि ऐसे मौलानाओ का काम ही भड़काने का हैं। अगर ये मौलाना लोगों को भड़काना छोड़ देंगे, तो इनकी दुकानें बंद हो जाएंगी।

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