बराबंकी: अपने माता-पिता के साथ खुशी-खुशी नानी घर जा रहे 5 साल के इस मासूम को क्या पता था कि कुछ ही पल में इस अनमोल रिश्ते से दूर जाना पड़ेगा। वो नानी घर तो नहीं पहुंचा,क्योंकि काल को तो उसे कहीं और पहुंचाना था। घटना बाराबंकी के एक परिवार की है। जिनके घर का चिराग बुझ गया उनकी खुशियों को मातम में बदलते भी देर ना लगी उनका 5 साल का बेटा कृष्णा अब इस दुनिया में नहीं रहा।
कैसे घटी घटना?
-माता-पिता और छोटी बहन के साथ कृष्णा बाइक से अपनी नानी के घर जा रहा था।
-वो बाइक में आगे टंकी पर बैठा हुवा था, तभी रास्ते में चाइनीज मांझे में उसकी गर्दन फंस गई।
-जब तक उसके पिता माँझे को गर्दन से अलग करते पतंग उड़ाने वाले ने मांझा खीच लिया।
- इसे बच्चे की स्वास नली कट गयी, हॉस्पिटल जाते समय रास्ते में उसने दम तोड़ दिया ।
-उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि बच्चे की किलकारी नहीं सुन सकेंगे।
-1 साल की छोटी बहन को तो ये मालूम ही नहीं की राखी बांधने वाला हाथ अब नहीं है।
मांझे पर है प्रतिबंध
-इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल है।
-लोगों का कहना है कि चाइनीज मांझे के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है।
-फिर लोग पतंग उड़ानें में इसका इस्तेमाल करते है।
-अगर इसे कड़ाई से नहीं बंद किया गया तो किसी के साथ भी घटना घट सकती है।
-अब लोगों में घर से बाहर बच्चों के खेलने और कहीं ले जाने को लेकर चिंता सताने लगी है !