Agra: केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. SP सिंह बघेल की प्रेम कहानी, सुनिए उनकी धर्मपत्नी की जुबानी

Agra: केंद्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल की प्रेम कहानी भी बेहद दिलचस्प और फिल्मी है । प्रो. बघेल की धर्मपत्नी मधु बघेल ने न्यूजट्रैक के साथ साझा की मीठी यादें।

Report :  Rahul Singh
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-07-08 02:22 GMT

केंद्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल (फोटो-सोशल मीडिया)

Agra: आगरा सुरक्षित लोकसभा सीट से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल राजनीति में तो माहिर है ही, साथ ही प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल की प्रेम कहानी भी बेहद दिलचस्प और फिल्मी है । खुद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल की धर्मपत्नी मधु बघेल ने खुशी के मौके पर मीठी यादों के झरोखे से कुछ पन्ने पलटे और लव स्टोरी की बात न्यूजट्रैक के साथ साझा की ।

एक समय था जब मधु बघेल प्रोफेसर, एसपी सिंह बघेल के राजनीति में आने के फैसले से बेहद खफा थी। मधु बघेल ने बताया कि प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल से उनकी पहली मुलाकात वर्ष 1985 में करधना मेरठ में हुई थी । उस समय प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर हुआ करते थे ।

SP सिंह बघेल (फोटो-सोशल मीडिया)

ऐसे मधुपुरी हो गई मधु बघेल

उस दिन तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी का करधना के स्कूल में कार्यक्रम था । प्रो. बघेल के राउडी अंदाज उहने बेहद पसंद आया था । करधना मेरठ में हुई मधुपुरी और दरोगा सत्यपाल सिंह बघेल की मुलाकात 4 साल तक परिवारों की उधेड़बुन के बाद वर्ष 1989 में विवाह के बंधन में बंध गई । मधुपुरी अब मधु बघेल हो गई ।

मधु बघेल बताया कि उनका परिवार दोनों के विवाह के लिए तैयार था । लेकिन प्रोफ़ेसर बघेल के परिवार के सभी सदस्य उस समय शादी के लिए तैयार नही हो रहे थे । लेकिन जब परिवार के लोगों की मुलाकात मधु बघेल से हुई तो उन्होंने शादी के रिश्ते के लिए हा कर दी । दोनों की शादी हो गई ।

मधु बघेल बताती हैं कि प्रोफेसर बघेल ने पुलिस की नौकरी छोड़ने के बात जब पहली बार उनसे की थी । तो उन्होंने इसका कड़ा विरोध किया था । लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम मधु बघेल को अपने पास बुलाया और कहा कि सत्यपाल सिंह बघेल का राजनीतिक भविष्य बहुत बेहतर है । इसके बाद वो मान गई ।

फोटो-सोशल मीडिया

जनसेवा में खर्च 

मधु बघेल ने यह भी बताया कि शुरुआत में प्रोफ़ेसर बघेल के घर लोगों की भीड़ लगी रहती थी । चाय बना - बना कर वह तंग आ जाती थी । प्रोफ़ेसर बघेल , कमाई का अधिकांश हिस्सा जनसेवा में खर्च कर देते थे । और घर खर्च के लिए उन्हें हाथ तंग रखना पड़ता था ।

मधु बघेल ने बताया कि उनकी इस बात को लेकर प्रोफ़ेसर बघेल से नोकझोंक भी होती थी । अब जब प्रोफ़ेसर बघेल को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है तो वह बेहद खुश हैं ।

मधु बघेल ने बताया कि आज भी प्रोफेसर बघेल परिवार और जनता के बीच कभी अंतर नहीं करते । हर जरूरतमंद की मदद के लिए तैयार रहते हैं । दिन रात नहीं देखते । मधु बघेल ने कहा कि विकास के पथ पर शहर को आगे बढ़ाने के लिए प्रो बघेल हमेशा प्रयास करते रहे हैं । आगे भी प्रो बघेल के प्रयास जारी रहेंगे । 


फोटो-सोशल मीडिया


 


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