Aligarh News: AMU के छात्रों ने आजम खान के समर्थन में निकाला मार्च, योगी सरकार से की रिहाई की मांग
एएमयू के छात्रों ने आजम खान के रिहाई को लेकर विश्वविद्यालय में डक प्वाइंट से बाबे सैय्यद गेट तक नारेबाजी करते हुए मार्च निकाला
Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में आजम खान की रिहाई के लिए छात्रों ने आवाज उठाई है। सोमवार को छात्रों ने डक प्वाइंट से बाबे सैय्यद गेट तक नारेबाजी करते हुए रिहाई मार्च निकाला। आजम खान एएमयू में पढ़ाई कर चुके है। और एएमयू छात्रसंघ के पूर्व सेक्रेटरी भी रहे है। छात्रों ने यूपी सरकार के द्वारा जुल्म किये जाने का आरोप लगाते हुए आजम खान को रिहा करने की मांग की है।
एएमयू छात्रों ने कहा कि आजम खान को जेल में बुरे हालात में रखा गया। जिससे उनकी हालत बिगड़ गई। छात्रों ने आजम खान की रिहाई के लिए सड़क पर उतर कर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। एएमयू के पूर्व छात्र कुंवर अखलाक मोहम्मद ने कहा कि यह बहुत अफसोसजनक है कि आज़म खां जो कई बार विधायक, सांसद और कैबिनेट मंत्री तक रह चुके हैं।
आजम खान की एक अलग पहचान है
उन्हें फर्ज़ी आरोपों में गिरफ्तार करके कई सालों से जेल की सलाख़ों के पीछे डाला गया है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के सभी छात्र और छात्र नेता उनके समर्थन में आवाज़ उठाते रहेंगे क्योंकि वो अलीगढ़ के एलुमेनाई है और छात्रसंघ के सचिव भी रह चुके हैं। आजम खान की एक अलग पहचान है। पर अफ़सोस की बात है कि उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी को आज उनके बुरे वक़्त में जिस तरह से उनके साथ खड़ा होना चाहिए था। उनकी पार्टी उनके साथ नहीं खड़ी है। जबकि वह समाजवादी पार्टी में नम्बर दो का क़द रखते थे।
आजम खान छात्रसंघ के सचिव भी रह चुके हैं
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के पूर्व सेक्रेटरी हुजैफा आमिर रश्दी ने कहा कि एएमयू के छात्र होने के नाते ये हमारा फ़र्ज़ बनता है और एक अलीग होने के नाते तमाम अलीगों की जिम्मेदारी भी है कि इस बुरे वक़्त में आज़म ख़ान साहब के साथ खड़े रहें। इसलिए एएमयू छात्र मज़बूती के साथ खड़े हो कर उनकी रिहाई के लिए आवाज़ उठा रहे हैं।
एएमयू छात्रों ने इस प्रदर्शन के ज़रिए राष्ट्रपति को संबोधित एक मेमोरेंडम आजम खान की रिहाई के लिए भेजा है। क्यों कि आजम खान बुरी तरह से बीमार हैं। हेल्थ ग्राउंड पर उनकी रिहाई के लिए जो भी कोशिशें और कार्रवाई हो सकती हों। राष्ट्रपति इसमें दख़ल देकर उनकी ज़मानत को मुमकिन बनाएं। इस दौरान योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।