सावधान! हार्मफुल कैमिकल्स की मिलावट वाले होली के ये रंग कर सकते हैं आपकी जिंदगी बेरंग,जानें कैसे
होली का नाम आते ही अपने आप हमारे सामने सतरंगी रंगों की बहार छा जाती है।रंगो के इस त्यौहार में हर किसी का मन करता है की रंग बिरंगे रंगों में सराबोर हो जाए। होली में प्रयोग किए
कानपुर: होली का नाम आते ही अपने आप हमारे सामने रंगों की बहार छा जाती है। रंगो के इस त्यौहार में हर किसी का मन करता है की रंगों में सराबोर हो जाए। होली में प्रयोग किए जाने वाले रंगों और गुलाल के इस्तेमाल के पहले आप जरा सावधान हो जाए क्यों कि हो सकता है कि आप जिन रंगों और गुलाल का इस्तेमाल कर रहे है वो मिलावटी हो।
होली के मौके पर बड़े पैमाने पर कुछ मिलावटखोर पैसों के लालच में हानिकारक तत्वों का इस्तेमाल कर रहे है और रंग और गुलाल तैयार कर बाजारों और दुकानों तक पंहुचा रहे है। ऐसे ही एक मिलावटी रंग बनाने वाले ने पहचान छुपाने की शर्त पर बताया की कैसे मिलावटी रंग और खतरनाक रंग तैयार किया जा रहा है ।
होली का मौका हो और भला कोई रंगों के रंग में रंगा न नजर आये ऐसा हो नही सकता। कोई भी इन रंगों को देखकर खुद को नही रोक पाता। पर आपको आज बताते है कि ये रंग कितने खतरनाक है और कुछ लोग इन रंगों में कैसे और क्या मिलाकर इन्हें खतर नाक और हानिकारक बना रहे है।
कानपुर में कुछ मुनाफाखोर रंगों में ग्रेरू ,चूना ,केमिकल,मार्बल का चूरा और पीसा हुआ कांच आदि मिलाकर रंग और गुलाल बना रहे है। इसमे हरा रंग सबसे ज्यादा खतरनाक होता है।
जानकारी के मुताबिक यह रंग और गुलाल कानपुर शहर के आलावा अन्य जिलों में भी सप्लाई किया जाता है। इतना ही नही इन रंगों को बनाने में किसी भी मानक का प्रयोग नही किया जाता है। घटिया सामग्री का प्रयोग करके रंग बनाया जा रहा है।
महज चंद पैसों के लिए ये मुनाफाखोर रंग बिरंगे रंगों के जरिए न जाने कितने लोगों की जिंदगियों को बदरंग कर देते है। इन्हें पता है कि यह सारे तत्व लोगो के लिए कितने खतरनाक साबित हो सकते है पर ये बिना किसी डर या भय के खतरनाक रंगों को बनाकर दूर-दूर तक पंहुचा रहे है ।
क्या कहते हैं डॉक्टर
डॉ राकेश अग्रवाल ने बताया कि लोगों की जिंदगियो से खुलेआम खेल रहे इन मुनाफाखोरो के लालच के चलते हजारो लोग न केवल गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते है बल्कि अपनी आँखों की रौशनी भी खो सकते है और उन्हें त्वचा सम्बन्धी गंभीर बीमारियां भी हो सकती है।