Lucknow News: आकाश को फिर मिली बड़ी जिम्मेदारी, बनाए गए BSP के राष्ट्रीय संयोजक, भतीजे ने पैर छूकर लिया आशीर्वाद
Lucknow News: लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मायावती ने विवादित बयान को लेकर आकाश आनंद को साइडलाइन कर दिया था। मायावती ने कहा था कि पूर्ण परिपक्वता आने तक आकाश आनंद को अहम जिम्मेदारियों से अलग रखा जाएगा।
Lucknow News: लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने आज यानि रविवार को राजधानी लखनऊ में समीक्षा बैठक बुलाई। समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने के लिए मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी पहुंचे। भतीजे आकाश ने मायावती के पैर छुए। मायावती ने सिर पर हाथ रखकर आकाश आनंद को आशीर्वाद दिया। समीक्षा बैठक के बाद मायावती ने आकाश आनंद को आज एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। मायावती ने आकाश आनंद को बहुजन समाज पार्टी का राष्ट्रीय संयोजक बनाया है। समीक्षा बैठक में पार्टी के देशभर के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए।
बसपा विधानसभा उपचुनाव लड़ेगी
उत्तर प्रदेश में आने वाले दिनों में 10 सीटों पर उपचुनाव होना है। वैसे तो बहुजन समाज पार्टी उपचुनाव नहीं लड़ती थी। लेकिन इस बार पार्टी मुखिया मायावती ने फैसला किया है कि बहुजन समाज पार्टी राज्य की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अपने प्रत्याशी उतारेगी।
बता दें कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मायावती ने विवादित बयान को लेकर अपने भतीजे आकाश आनंद को साइडलाइन कर दिया था। मायावती ने कहा था कि पूर्ण परिपक्वता आने तक आकाश आनंद को अहम जिम्मेदारियों से अलग रखा जाएगा। साइडलाइन किए जाने के बाद आज फिर आकाश आनंद को पार्टी के अंदर एक अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।
स्टार प्रचारकों की लिस्ट में आकाश आनंद शामिल
लोकसभा चुनाव के दौरान बसपा के नेशनल कोओर्डिनेटर के पद से हटाए गए आकाश आनंद उत्तराखंड में होने वाले उपचुनाव में पार्टी के स्टार प्रचारक भी बनाए गए हैं। दरअसल, पंजाब और उत्तराखंड में विधानसभा के उपचुनाव होने वाले हैं। बसपा ने इसके लिए अपने 13 स्टार प्रचारकों की एक सूची जारी की है, जिसमें पहले नंबर पर बसपा मुखिया मायावती का नाम है और दूसरे नंबर पर आकाश आनंद का नाम है।
सभी राज्यों के पदाधिकारियों संग करेंगी अलग से बैठक
वहीं, यह भी बताया जा रहा है कि समीक्षा बैठक के बाद मायावती सभी राज्यों के पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक करेंगी। महाराष्ट्र, झारखंड, जम्मू-कश्मीर व हरियाणा में अब विधान सभा चुनाव होने हैं, ऐसे में इन राज्यों की टीम में मायावती व्यापक बदलाव कर सकती हैं ताकि विधानसभा चुनाव में पार्टी का बेहतर प्रदर्शन रहे। यदि ऐसा नहीं होता है तो बसपा राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी खो सकती है।