अमा बजट तो बहुत देखें होंगे आपने, इस बार देखिये निर्मला का बही-खाता
इस बार भी देश की पहली पूर्णकालिक पहली महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी कोर टीम के साथ फोटो खिंचवाई, लेकिन इसबार उनके हाथ में लाल रंग का ब्रीफकेस की जगह लाल रंग की मखमली पैकेट था।
लखनऊ: थोड़ी देर में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने वाली है। बजट पेश करने से पहले अभी तक आप सभी वित्त मंत्रियों को हाथ में लाल रंग का ब्रीफकेस लेकर संसद में जाते देखते रहे होंगे।
ये भी पढ़ें...बजट और ब्रीफकेस का है काफी पुराना रिश्ता, जानें इससे जुड़े रोचक तथ्य
इस बार बदल गया ब्रीफकेस का रंग
संसद भवन जाने से पहले वित्त मंत्री अपनी बजट की कोर टीम के साथ मंत्रालय के बाहर फोटो भी खिंचवाते रहे हैं। इस बार भी देश की पहली पूर्णकालिक पहली महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी कोर टीम के साथ फोटो खिंचवाई, लेकिन इसबार उनके हाथ में लाल रंग का ब्रीफकेस की जगह लाल रंग की मखमली पैकेट था। निर्मला सीतारमण ने अभी तक चली आ रही प्रथा को पूरी तरह बदल दिया है।
ये भी पढ़ें...#बजट2019: शेयर बाजार पर भी नजर आया असर, मार्केट की मजबूत शुरुआत
यह बजट नहीं, 'बही खाता' है
इस बार बजट दस्तावेज को ब्रीफकेस में रखने के बजाए एक लाल रंग के कपड़े में रखा है जिस पर 'अशोक चिन्ह' बना हुआ है। इस पर मुख्य आर्थिक सलाहकार के. सुब्रमण्यन का कहना है कि वित्त मंत्री ने लाल रंग के कपड़े में बजट दस्तावेज को रखा है। यह एक भारतीय परंपरा है। यह पश्चिमी विचारों की गुलामी से निकलने का प्रतीक है। यह बजट नहीं है, 'बही खाता' है।
ये भी पढ़ें...बजट: शेयर मार्केट में करना चाहते हैं निवेश, तो रखें इन खास बातों का ख्याल
निर्मला सीतारमण ने बदल दी प्रथा
पीएम नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करने से पहले जब वित्त मंत्री निर्मला मंत्रालय से बाहर निकलीं तो उनके हाथ में वित्त मंत्रियों के हाथ में हर बार दिखने वाला लाल और ब्राउन रंग का ब्रीफकेस देखने को मिला था। निर्मला के हाथ में ब्रीफकेस की जगह लाल रंग का अशोक स्तंभ चिह्न वाला एक पैकेट था।
ऐसा पहली बार हुआ जब ब्रीफकेस की जगह बजट को एक अलग पैकेट में रखा गया है। बता दें कि आजादी के बाद देश का पहला बजट तत्कालीन फाइनैंस मिनिस्टर आर.के. शानमुखम शेट्टी ने 26 नवंबर, 1947 को पेश किया था। वह तब बजट के दस्तावेज लेदर बैग में लेकर आए थे।
संविधान में बजट शब्द का नहीं है जिक्र
बता दें कि संसद में बजट भाषण से पहले वित्त मंत्री इस ब्रीफकेस के साथ मीडिया के सामने सामने पोज देते नजर आते रहे हैं, लेकिन इस बार इस प्रथा को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बदल दिया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि संविधान में 'बजट' शब्द का इस्तेमाल ही नहीं किया गया है। इसे वार्षिक वित्तीय विवरण कहा गया है। 'बजट' शब्द भी इसी बैग से जुड़ा हुआ है।
ये भी पढ़ें...क्या बजट में आम आदमी को मिलेगी राहत?
कई बार बदला ब्रीफकेस का रंग
इतने सालों में इस बैग का आकार लगभग बराबर ही रहा। हालांकि, इसका रंग कई बार बदला है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 1991 में परिवर्तनकारी बजट पेश किया तो वह काला बैग लेकर पहुंचे थे।
जवाहरलाल नेहरू, यशवंत सिन्हा भी काला बैग लेकर बजट पेश करने पहुंचे थे, जबकि प्रणब मुखर्जी लाल ब्रीफकेस के साथ पहुंचे थे।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के हाथों में ब्राउन और रेड ब्रीफकेस दिखा था। इस साल अंतरिम बजट पेश करने वाले कार्यवाहक वित्त मंत्री पीयूष गोयल लाल ब्रीफकेस के साथ सदन में पहुंचे थे।