घर में बुजुर्ग दंपति के शव मिलने से फैली सनसनी, भूख से मर गये पले हुए 50 कबूतर
Bulandshahr News: डिबाई कोतवाली क्षेत्र में घर के ऊपरी मंजिल के कमरे में वृद्ध दंपति के शव बरामद होने से सनसनी फैल गई। शवों का तब पता चला जब पड़ोसियों को दुर्गंध आने लगी।
Bulandshahr News: जनपद की डिबाई कोतवाली क्षेत्र में घर के ऊपरी मंजिल के कमरे में वृद्ध दंपति के शव बरामद होने से सनसनी फैल गई। शवों का तब पता चला जब पड़ोसियों को दुर्गंध आने लगी। पुलिस की मानें तो 2 दिन पूर्व पड़ोसियों ने गृह स्वामिनी को देखा था और नोएडा में रह रहे बेटे ने फोन पर मां से बात भी की थी। वहीं दंपति की मौत के बाद भूख प्यास के चलते मकान के ऊपर बने कमरे में बंद लगभग 50 से अधिक कबूतर भी काल के गाल में समा गए।
डिबाई कोतवाली क्षेत्र
गांव उमरावा स्थित घर में लक्ष्मण सिंह (70) अपनी पत्नी श्यामवती (65) के साथ रहते थे। गुरुवार को पड़ोसियों ने मकान से दुर्गंध आने पर पड़ोसी के मकान में जाकर देखा तो दोनों पति-पत्नी के शव बेसुध अवस्था में पड़े थे, शव फूलने लगे थे। पड़ोसियों ने मामले की जानकारी इलाका थाना पुलिस को दी। डिबाई के सीओ और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक और फॉरेसिंग विभाग की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
डिबाई कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मकान के ऊपर के हिस्से में लगभग 50 कबूतर मृत अवस्था में मिले हैं। डिबाई कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि 2 दिन पहले श्यामवती से नोएडा में नौकरी कर रहे बेटे ने फोन पर बात की थी। लक्ष्मण सिंह गैंग्रीन की बीमारी से पीड़ित थे। आशंका जताई जा रही है कि गैंग्रीन के कारण लक्ष्मण सिंह की मौत हुई होगी और उनकी मौत के गम में श्यामवती की मौत हुई होगी। हालांकि बुजुर्ग दंपति की मौत के कारणों का खुलासा तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगा।
बेटा करता है नोएडा में नौकरी
मृतक दंपत्ति का बेटा विवेक पढ़ाई पूरी करने के बाद नोएडा में प्राइवेट नौकरी कर रहा था। बेटे के जाने के बाद बुजुर्ग दंपति अपने ही घर में रहे। गांव के लोगों ने उनके बेटे को फोन कर माता-पिता की मौत की जानकारी दे दी है। वहीं, आसपास रहने वाले बुजुर्ग दंपती के रिश्तेदारों को भी सूचित किया गया है।
पक्षी प्रेमी था दंपती
गांव के लोगों ने बताया कि बुजुर्ग दंपती घर पर अकेले रहते थे। क्योंकि उनका बेटा नौकरी के सिलसिले में घर से बाहर रह रहा था। वह कभी-कभी घर आता था। वहीं, लक्ष्मण सिंह और श्यामवती को कबूतर पालने का शौक था। उन्होंने घर पर 50 से ज्यादा कबूतर पाल रखे थे। मौत की खबर के बाद लोग घर पर पहुंचे तो देखा कि उनके सभी कबूतर भी मृत पड़े हैं। बताया जा रहा है कि दंपति की मौत के बाद कबूतरों को दाना पानी नहीं मिलने से तड़प-तड़प कर भूखे मर गए।