Bulandshahr News: एक्शन मोड़ में DM-SSP, ARTO ऑफिस और जेल में छापेमारी से हड़कंप

Bulandshahr News: बुलंदशहर के डीएम सीपी सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ताबड़ तोड़ छापे मारी शुरू कर दी। पहले बुलंदशहर के ARTO कार्यालय तो फिर जिला जेल पर छापेमार कार्रवाई की, जिससे दोनो जगह हड़कंप मच गया

Report :  Sandeep Tayal
Update:2024-07-26 22:22 IST

Bulandshahr News (Pic: Newstrack)

Bulandshahr News: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बलिया कांड को लेकर एक्शन में आए तो बुलन्दशहर के डीएम और एसएसपी भी फुल एक्शन मोड़ में आ गए। बुलंदशहर के डीएम सीपी सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ताबड़ तोड़ छापे मारी शुरू कर दी। पहले बुलंदशहर के ARTO कार्यालय तो फिर जिला जेल पर छापेमार कार्रवाई की, जिससे दोनो जगह हड़कंप मच गया। हालांकि ARTO कार्यालय पर 2 संदिग्ध दलालों को पकड़ा गया, जिसकी जांच में पुलिस जुटी है। आपको बता दें, कि अवैध वसूली करने वाले पुलिसकर्मियों पर योगी आदित्यनाथ ने चाबुक चलाया था।

ARTO कार्यालय पर 2 संदिग्ध दलाल पकड़े, जांच जारी

बुलंदशहर के डीएम और एसएसपी ने सबसे पहले बुलंदशहर के एआरटीओ कार्यालय पर अकस्मात छापा मारा तो वहां जमा लोगों की भीड़ में हड़कंप मच गया। पुलिस ने ARTO कार्यालय के बाहर से 2 संदिग्ध दलाल पकड़े, जिनसे पूछताछ की गई। पकड़े गए एक युवक ने तो खुद का CSC होने का दावा किया तो दूसरे ने फोटो स्टेट की दुकान होने का दावा किया। डीएम और एसएसपी ने ARTO कार्यालय पर ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन रजिस्ट्रेशन, ट्रांसफर आदि कार्यों को आए लोगों और पटलाधिकारियों से पूछताछ की। एआरटीओ कार्यालय के इर्द-गिर्द मौजूद फोटो और फोटो स्टेट की दुकानों पर भी आरटीओ कार्यालय के अंदर मिलने वाले फार्म जांच के दौरान छापेमारी में मिले।

काम होता है ऑनलाइन फिर भी....  

ARTO कार्यालय पर हुई छापेमारी के दौरान बुलंदशहर के एआरटीओ सतीश कुमार डीएम और एसएसपी को यह बताते नजर आए कि यहां सभी काम अब ऑनलाइन होते हैं, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जब सभी काम ऑनलाइन होते हैं तो फिर एआरटीओ कार्यालय पर लोगों की इतनी भीड़ क्यों रहती है।

छापेमारी में जेल में भ्रष्टाचार की गंध तक नहीं मिली

यही नहीं मुलाकात से लेकर अंदर तक जेल में अवैध वसूली किए जाने की सूचनाओं पर जिला जेल पर भी डीएम और एसएसपी ने छापेमार कार्यवाही की। छापे के दौरान जेल में बंद बंदियों से शासन द्वारा प्रदत्त सुविधाओं की सुलभता की जानकारी ली। यही नहीं मुलाकातियों से मुलाकात के नाम पर अवैध वसूली को लेकर पूछताछ भी की गई। हालांकि जिला जेल में डीएम और एसएसपी को भ्रष्टाचार की गंध तक नहीं मिली।

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