Aligarh News: दबंगों ने रोका दलित प्रधान की पत्नी का अंतिम संस्कार

Aligarh News: गांव में दबंगों ने दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले वाल्मीकि ग्राम प्रधान को उसकी मृतक पत्नी का गांव के इकलौते श्मशान घाट में अंतिम संस्कार करने से रोक दिया।

Update: 2024-02-23 06:04 GMT

 पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार करते परिजन source: Newstarck 

Aligarh News: टप्पल क्षेत्र के एक गांव में दबंगों ने दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले वाल्मीकि ग्राम प्रधान को उसकी मृतक पत्नी का गांव के इकलौते श्मशान घाट में अंतिम संस्कार करने से रोक दिया। दबंगों का दलित प्रधान से कहना था कि वह अपनी जमीन पर अंतिम संस्कार करे या फिर गांव के किसी रास्ते पर ले जाकर अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार करें। लेकिन इस श्मशान घाट में उनकी दलित पत्नी का अंतिम संस्कार नहीं होने देंगे। बाद में पुलिस और जिला प्रशासन की मौजूदगी में दलित प्रधान की पत्नी का अंतिम संस्कार किया गया।

जिला प्रशासन को दी सूचना 

टप्पल थाना इलाके के राऊगढी सालपूर गांव के मौजूदा दलित ग्राम प्रधान की पत्नी की मौत के बाद स्वर्ण समाज के दबंग लोगों द्वारा श्मशान घाट में अंतिम संस्कार करने से रोके जाने का मामला सामने आया है। मौजूदा दलित ग्राम प्रधान की मृतक पत्नी का गांव के इकलौते श्मशान घाट में अंतिम संस्कार करने से रोके जाने की सूचना जब जिला प्रशासन को गयी। इस सूचना से जिला प्रशासन और पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया और सूचना मिलते ही आनन-फानन में जिला प्रशासन सहित टप्पल थानाध्यक्ष पुलिस फोर्स के साथ शमशान घाट पहुंच गए। मौके पर पहुंची पुलिस और राजस्व टीम के द्वारा दलित प्रधान की पत्नी का पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया। वही प्रधान ने पत्नी के अंतिम संस्कार के बाद दबंग से अपनी जान को खतरा बताया है।

यह था पूरा मामला 

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रधान कालीचरण की पत्नी की हार्ट अटैक से मौत के बाद उसकी अर्थी को परिजन अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट लेकर जाने लगे। तभी दबंगों ने अर्थी को शमशान घाट ले जा रहे लोगों का रास्ता रोक लिया। दबंग व्यक्तियों द्वारा सरकारी अभिलेखों में दर्ज श्मशान घाट में अंतिम संस्कार नहीं करने देने की बात कहते हुए मृतक महिला के परिजनों को खेतों या किसी रास्ते पर ले जाकर अंतिम संस्कार करने की बात कही। जिसके चलते दोनों पक्षों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न होने लगी। प्रधान की मृतक पत्नी का श्मशान घाट में अंतिम संस्कार रोके जाने के चलते वाल्मीकि समाज में आक्रोश पनप गया और दोनों तरफ से विवाद बढ़ता चला गया। मृतक पत्नी का शमशान घाट में अंतिम संस्कार करने से रोके जाने के चलते गांव में हुए फैले तनाव को देखते हुए। पीड़ित ग्राम प्रधान द्वारा इसकी सूचना जिला प्रशासन और क्षेत्राधिकारी को दी गयी। जानकारी होने पर जिला प्रशासन और टप्पल थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंच गए। और दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की। इसके बावजूद दबंग लोग प्रधान को उसकी मृतक पत्नी का सरकारी अभिलेखों में दर्ज शमशान घाट की जमीन पर अंतिम संस्कार करने से रोक रहे थे। जिसके चलते मौके पर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई घंटों तक मौत के बाद भी दलित महिला की अर्थी रखी रही। इसके बाद दबंगों का दिल नहीं पसीजा।

वाल्मीकि है इसीलिए श्मशान घाट में नहीं होगा अंतिम संस्कार 

कालीचरण वर्तमान में गांव के मौजूदा ग्राम प्रधान है और वाल्मीकि होने के चलते दलित समाज से ताल्लुक रखते है। गांव के कुछ दबंगों ने सरकारी जमीन पर अपना दबंगई के बल पर जबरन अपना कब्जा कर रखा था। गांव के अंदर कोई श्मशान घाट नहीं है। जिसके चलते करीब चार बीघा सरकारी जमीन को सरकारी अभिलेखों में श्मशान घाट दर्ज कराया गया था। जो पूरे गांव का एक इकलौता शमशान घाट है। वहीं प्रधान कालीचरण ने बताया कि उनकी पत्नी की हार्ट अटैक के चलते आकस्मिक मौत हो गई थी।  सैकड़ो की संख्या में दबंग लोग इकट्ठा होकर उसके घर पहुंच गए और गांव के शमशान घाट पर उसकी मृतक पत्नी का अंतिम संस्कार करें जाने से मना करते हुए कहा कि आप भले ही गांव के प्रधान हो लेकिन गांव के इस श्मशान घाट में वाल्मीकि होने के चलते आप अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे क्योंकि आप वाल्मीकि हैं।

इसके बाद दबंग लोगों से प्रधान ने कहा कि अंतिम संस्कार तो शमशान घाट में ही किया जाता है। घर में तो अंतिम संस्कार नहीं किया जाता? इस पर दबंग लोग प्रधान से बोले की वह अपनी मृतक पत्नी को अंतिम संस्कार करने के लिए अपने खेतों पर ले जाएं या फिर गांव के किसी रास्ते पर ले जाकर अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार कर दें। 

पुलिस की मौजूदगी में हुआ अंतिम संस्कार 

प्रधान ने इसकी सूचना जिला प्रशासन सहित पुलिस को देते हुए गांव के श्मशान घाट में अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार किए जाने की गुहार लगाई। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और थाना टप्पल पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। जहां पुलिस ओर जिला प्रशासन द्वारा कड़े पहरे के बीच प्रधान की मृतक पत्नी का श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कराया गया। प्रधान ने  पुलिस से कहा कि पत्नी का अंतिम संस्कार होने के बाद दबंग लोग किसी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। जिसके चलते उन्होंने दबंग से अपनी जान को खतरा बताया है। ऐसा कुछ नहीं होगा यह कहते हुए पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया है। 

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