Jhansi News: झांसी में हादसा, महिला टेक्नीशियन की मौत, आत्महत्या या दुर्घटना, बात पर बवाल

कंप्रेसर मशीन की चपेट में आने से महिला टेक्नीशियन फर्स्ट की मौत पर बवाल

Report :  B.K Kushwaha
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-10-01 16:44 GMT

महिला टेक्नीशियन की मौत के बाद हंगामा करते कर्मचारी (फोटो-न्यूजट्रैक)

Jhansi News: रेलवे के डीजल लोको शेड (Diesel Loco Shed) में कंप्रेसर मशीन की चपेट में आने से महिला टेक्नीशियन फर्स्ट की मौत हो गई। डॉक्टर और सीनियर डीएमई ने कहा कि महिला ने आत्महत्या की। यूनियन नेताओं ने कहा हादसे में हुई कर्मचारी की मौत। इसी बात को लेकर रेलवे अस्पताल और डीजल शेड (Diesel Shed) में बवाल हो गया। रेलवे की यूनियनों ने काम रोक कर जमकर हंगामा किया। बाद में रेलवे के वरिष्ठ अफसरों के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

प्रेमनगर थाना क्षेत्र के खातीबाबा मोहल्ले में रहने वाली सुशीला देवी डीजल लोको शेड (Diesel Loco Shed) में टेक्नीशियन प्रथम पर कार्यरत थी। लंच के पहले सुशीला देवी शेड में चल रहे कंप्रेशर मशीन के पैनल को बंद करने जा रही थी, तभी उसकी साड़ी कंप्रेशर के पंखे में लिपट गई जिससे मशीन ने महिला को अपनी ओर खींच लिया और महिला गंभीर रुप से घायल हो गई। इसकी जानकारी लगते ही रेलवे कर्मचारी इकट्ठा हो गए। तत्काल महिला को उपचार के लिए रेलवे अस्पताल लाया गया। यहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।

इस घटना की जानकारी लगते ही एनसीआरईएस के डीजल शेड के शाखा अध्यक्ष सुभाष चंद्र, सचिन राय, चंद्र प्रकाश, देवेन्द्र भदौरिया, एनसीआरईएस के राजेश गुप्ता, एनसीआरएमयू के बृजमोहन और डी के खरे आदि लोग इकट्ठा हो गए। रेलवे अस्पताल के चिकित्सक ने कहा कि उक्त महिला ने आत्महत्या की। इसी का पक्ष डीजल शेड के सीनियर डीएमई ने ले लिया। इसकी जानकारी लगते ही यूनियन के नेताओं ने काम बंद कर बवाल कर दिया। उन्होंने रेलवे अफसरों के खिलाफ नारेबाजी भी की। शव को डीजल शेड लाने की मांग की।

यूनियन नेताओं का कहना है कि महिला की मौत कंप्रेशर के पंखे में फंसने से हुई है। आत्महत्या नहीं की है। डॉक्टर व रेलवे अफसर सरासर गलत बोल रहे हैं। आरोप है कि उक्त महिला को रेलवे अफसर ऑन ड्यूटी मानने को तैयार नहीं हो रहे हैं। बवाल की जानकारी मिलते ही आरपीएफ स्टॉफ भी वहां पहुंच गया। उन्होंने बवाल कर रहे नेताओं से वार्तालाप की मगर वह मानने को तैयार नहीं थे।

काफी देर बाद महिला के शव को रेलवे अस्पताल से शेड वापस लाया गया। बाद में रेलवे के वरिष्ठ रेलवे अफसर भी शेड पहुंचे। यहां उन्होंने हंगामा कर रहे यूनियन नेताओं से वार्तालाप की। वार्तालाप के बाद यूनियन नेताओं ने हंगामा बंद कर दिया। उधर, सूचना मिलते ही प्रेमनगर थाने की पुलिस शेड पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

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