अशोक सिंह
मुंबई . जब जीना अब कोविड-19 के साथ ही है, तो व्यापार भी अब इसके साथ ही करना होगा। व्यापार करने का तरीका थोड़ा बदल सकता है, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर जोर होगा। इन बदलते समीकरणों का व्यापारिक दुनिया पर क्या और कैसा असर पड़ेगा यह तो समय ही बताएगा। लेकिन एक बात निश्चित लग रही है, वह यह है कि इससे कर्मचारियों का फायदा अवश्य होगा। जिन कर्मचारियों, मजदूरों या कामगारों के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर शायद पहले इतना ध्यान नहीं दिया जा सका था, जितना अब दिया जाएगा। यह सब कुछ हो सकता है कि कर्मचारियों और नियोक्ताओं के बीच सारे समीकरणों को भी बदल डाले। ऐसा संभव है कि नियोक्ता और कर्मचारी कुछ और करीब आ जायें। हो सकता है कि नियोक्ता अब अपने कर्मचारियों का वैसे ही ख्याल रखें जैसे कि वे अपने परिवार का रखते हैं। कर्मचारी भी अब छोटे मोटे फायदे के लिए आसानी से नौकरियाँ नहीं बदलेंगे। इन बदली परिस्थितियों में नियोक्ता भी यही चाहेंगे कि उनके पुराने कर्मचारी उनके साथ बने रहें।
अभी हाल ही में देखा गया है कि देश की सबसे बड़ी कार उत्पादक मारुति सुजुकी का एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इससे संबंधित सभी कर्मचारियों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। ह्युंडई में तीन कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और 16 कर्मचारियों की रिपोर्ट आना बाकी है। इस तरह से कंपनियों में काम कर रहे कर्मचारियों में काफी सारे कोरोना के पॉजिटिव केस आ रहे हैं। पर इसका कंपनियों की काम काज पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। कंपनियां कर्मचारियों की सुरक्षा के साथ-साथ उत्पादन भी चालू रखी हैं।
कंपनियां अब स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) लेकर आ रही हैं। मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज दोनों में लिप्त कंपनियां अपने अपने एसओपी तैयार कर रही हैं। व्यापारजगत भविष्य में कर्मचारियों को कोरोना वायरस हुआ तो इसकी जानकारी लोकल अथॉरिटी को देने के साथ-साथ अपने एसओपी का भी पालन करेंगी और कर्मचारियों से भी पालन करवायेंगी। लेकिन व्यापार अथवा उद्योग नहीं रोके जायेंगे।
सुरक्षा अब प्राथमिक होगी
व्यापारजगत का लक्ष्य व्यापार को बिना किसी रूकावट चलायमान रखना है। व्यापारजगत अब लोकल अथॉरिटी को पूरी जानकारी भी देंगे और अपनी पूरी सुरक्षा के इंतजामात भी करेंगे। सुरक्षा ही उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी और इसके लिए वे स्वेच्छा से बनाये गए कड़े नियमों का भी पालन करेंगे। कंपनियां अधिकतर यही कह रही हैं, किसी कर्मचारी में यदि कोरोना की संभावना दिखती है तो हम तुरंत उसका उपाय करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि इसका असर किसी और कर्मचारी पर न हो। उनके वेलनेस और सेफ्टी विभाग कर्मचारियों की हमेशा निगरानी की जाएगी। यदि कोई कर्मचारी कोविड-19 से प्रभावित दिखता है तो उसे तुरंत सेल्फ आइसोलेशन और डिसइन्फेक्शन जैसी प्रक्रिया से गुजरना होगा। बहुत सी मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां कर्मचारियों के रहने के लिए आस पास ही व्यवस्था हैं, जिससे उनके उत्पादन में तेजी बनी रहेगी।
जैसे हर बुराई में कुछ अच्छाई छुपी रहती है, उसी प्रकार शायद कोरोना भी हमारे लिए कुछ अच्छाइयां लेकर आया है। दरअसल ऐसा लग रहा है कोविड19 ने जितना बुरा करना था वह कर चुका है, अब आगे बस एक नई दुनिया है। जहाँ अब चलना है थोड़ा संभल है और सुरक्षित तरीके से। तो रहिये सुरक्षित और अपने कर्मचारियों को भी रखिये सुरक्षित।
(अशोक सिंह, मुंबई स्थित इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंसी ईएसपीएस कैपिटल के संस्थापक एवं निदेशक हैं।)