UP में 10000 लोगों पर FIR, लखनऊ हिंसा में चौकाने वाला खुलासा, जानें कौन हैं दंगाई
शुक्रवार को दिल्ली और यूपी में जमकर हिंसा हुई। दिल्ली के दरियागंज और यूपी केई जिलों में शुक्रवार शाम हिंसा हुई। दिल्ली के दरियागंज हिंसा मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन पर पुलिसकर्मियों को ड्यूटी निभाने से रोकने के लिए बल प्रयोग करने का आरोप लगाया गया है।
नई दिल्ली: शुक्रवार को दिल्ली और यूपी में जमकर हिंसा हुई। दिल्ली के दरियागंज और यूपी केई जिलों में शुक्रवार शाम हिंसा हुई। दिल्ली के दरियागंज हिंसा मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन पर पुलिसकर्मियों को ड्यूटी निभाने से रोकने के लिए बल प्रयोग करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि शुरुआत में 10 लोगों को पकड़ा गया था लेकिन बाद में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया गया।
प्रदर्शन और हिंसा के संबंध में 40 लोगों को हिरासत में लिया गया। इनमें से आठ नाबालिगों को शनिवार तड़के रिहा कर दिया गया। पुलिस ने बताया है कि मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
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यूपी में अबतक लगभग 10000 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है। इधर प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ योगी सरकार ने सख्त कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। यूपी पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ जुर्माना लगाकर वसूली नोटिस भेज रही है। जुर्माना नहीं चुकाने पर संपत्ति कुर्क होगी।
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को शनिवार तड़के जामा मस्जिद के बाहर से हिरासत में ले लिया गया। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली के जामा मस्जिद से जंतर-मंतर तक मार्च निकालने की घोषणा करने वाले भीम आर्मी के अध्यक्ष पुलिसकर्मियों को झांसा देकर मस्जिद के अंदर घुसे थे जबकि पुलिस उन्हें हिरासत में लेने के लिए उनकी घंटों तलाश करती रही।
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उन्होंने कहा कि हमें बलिदान देना होगा ताकि कानून वापस लिया जाए। हम हिंसा का समर्थन नहीं करते। हम शुक्रवार सुबह से मस्जिद के अंदर बैठे थे और हमारे लोग हिंसा में शामिल नहीं थे। हालांकि उनको प्रदर्शन करते हुए देखा गया था।
मस्जिद के आस-पास बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मी आजाद के बाहर आने का इंतजार कर रहे थे। बड़ी संख्या में लोग भी यहां एकत्र थे। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उनसे शुक्रवार शाम से मस्जिद से बाहर आने की अपील कर रहे थे।
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लखनऊ की हिंसा में बंगाल के लोग
लखनऊ में हिंसा फैलाने वाले गिरफ्तार लोगों में से आधा दर्जन से ज्यादा लोग पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक हिंसा करने वाले कई उपद्रवी लखनऊ छोड़कर भाग गए हैं। जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल से इन उपद्रवियों को बुलाया गया था। हिंसा भड़काने में इनका हाथ है। लखनऊ में हिंसा मामले में अब तक 218 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि 300 से अधिक लोगों से पूछताछ की जारी है।
गाजियाबाद में हिंसा मामले में 3000 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है।