Chaitra Navratri : मां विंध्यवासिनी धाम में दर्शन को लेकर हुए बड़े बदलाव, एटीएस की रहेगी नजर

चैत्र नवरात्रि के पर्व की आज 09 अप्रैल से शुरुआत हो रही है। नवरात्रि पर मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी धाम में बड़ा मेला लगता है, देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आते हैं।

Written By :  Rajnish Verma
Update: 2024-04-08 17:09 GMT

Chaitra Navratri  2024 : चैत्र नवरात्रि के पर्व की आज 09 अप्रैल से शुरुआत हो रही है। इस पर्व को लेकर देश के सभी मंदिर सजधज कर पूरी तरह से तैयार हैं। नवरात्रि पर मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी धाम में बड़ा मेला भी लगता है, देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आते हैं। धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इतजाम किए गए हैं। इस बार दर्शन को लेकर कई बड़े बदलाव किए गए हैं, ताकि किसी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो सके।

नवरात्रि के पर्व को लेकर मां विंध्यवासिनी धाम में लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन और पूजन करने के लिए आते हैं। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसे लेकर विंध्य पंडा समाज की बैठक में दर्शन को लेकर कई बड़े बदलाव किए गए हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि गर्भगृह के अंदर फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध रहेगा। बैठक में तीर्थ पुरोहितों को लेकर भी निर्णय लिया गया है, वह अपनी वेशभूषा में ही मां के दरबार में प्रवेश कर पाएंगे और उन्हें अपने पास पहचान पत्र भी रखना होगा। समाज के लोग भी अपने साथ आईकार्ड रखें, अन्यथा प्रवेश नहीं दिया जाएगा। विंध्य पंडा समाज के 15-15 सदस्यों की ड्यूटी भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लगाई जाएगी, जो दो-दो घंटे की ड्यूटी करेंगे। 9 अप्रैल की सुबह में मंगला आरती के बाद कपाट खुलते ही इनकी ड्यूटी शुरु हो जाएगी।

दर्शन को लेकर हुए ये बड़े बदलाव

  • तीर्थपुरोहित को निर्धारित वेशभूषा और पहचान पत्र के साथ ही प्रवेश मिलेगा।
  • मां विंध्यवासिनी का चरण-स्पर्श नहीं कर सकेंगे श्रद्धालु।
  • ही गर्भगृह में मोबाइल फोन का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा।
  • फोन का उपयोग करते हुए पाये जाने पर जब्त कर लिया।
  • दीया और अगरबत्ती लेकर नहीं जा सकेंगे।
  • हवन कुंड के पास दीपक, अगरबत्ती और कपूर जलाने की व्यवस्था की गई।

एटीएस की रहेगी निगरानी

मां विंध्यवासिनी धाम में दर्शन के लिए बड़ी संख्या श्रद्धालु आते हैं। इसके देखते हुए सरकार और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। नवरात्रि में यहां जिला पुलिस के साथ ही एटीएस की तैनाती रहेगी। सुरक्षा की दृष्टि से विंध्यवासिनी धाम क्षेत्र को 10 जोन और 21 सेक्टर में बांट दिया गया है। यहां सुरक्षा के लिए दो एएसपी स्तर के अधिकारी, आठ डीएसपी और 40 इंस्पेक्टर, 190 सब इंस्पेक्टर के साथ ही पीएसी के जवान भी मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही यातायात पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भी मौजूद रहेगी।

विशेष बस और ट्रेन की व्यवस्था

परिवहन विभाग के मुताबिक, विंध्याचल मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए अलग से बसों की व्यवस्था की गई है। मिर्जापुर और विंध्याचल से 195 बसें चलेगी, 15 मिनट के अंतराल पर बसों का संचालन होगा। विंध्याचल में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। वहीं, रेलवे ने श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए चार अतिरिक्त ट्रेनों के ठहराव का फैसला लिया है। 9 से 20 अप्रैल तक विंध्याचल स्टेशन ट्रेनें पर रुकेगी। इसके साथ ट्रेनों में दो-दो अतिरिक्त कोच भी लगेंगे। 

गर्मी को लेकर किए गए इंतजाम

नवरात्रि पर गर्मी को देखते हुए श्रद्धालुओं की कोई असुविधा ने हो, इसके लिए भी इंतजाम किए गए हैं। जनसंपर्क अधिकारी अमित सिंह ने बताया कि गर्मी को देखते हुए इंतजाम किए गए है। श्रद्धालुओं के लिए 5 स्थानों पर पानी का इंतजाम किया गया है। इसके साथ ही 10 स्नान घर और 20 टॉयलेट की भी व्यवस्था की गई है। गर्मी को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं की हर जरूरी सुविधा का ख्याल जाएगा।

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