IAS हरिओम मामले में एसोसिएशन सख्त, आरोपियों को जेल भेजने की मांग

Update: 2016-07-15 08:07 GMT

लखनऊ: चकबंदी आयुक्त डा. हरिओम पर हुए हमले के बाद आईएएस एसोसिएशन ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए आरोपियों के जेल भेजने की मांग की है। इसके पहले इसी पद पर तैनात रहे मुरलीधर दुबे पर भी हमला हो चुका है। उस मामले में अब तक एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई है। अब एसोसिएशन यह मामला सरकार के सामने रखेगा और अधिकारियों की सुरक्षा की बात उठाएगा।

जेल भेजने की मांग

-एसोसिएशन के सचिव भुवनेश कुमार का कहना है कि एसोसिएशन यह प्रकरण सरकार के समक्ष रखेगा।

-एसोसिएशन ने कहा है कि आरोपियों को सिर्फ निलम्बित ही नहीं, बल्कि कानून के अनुसार उन्हें जेल भी भेजा जाना चाहिए।

-घटना के बाद डा. हरिेओम के समर्थन में कई आईएएस अधिकारी भी उतर पड़े हैं और आईएएस अफसरों को जरूरी सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग दोहराई है।

-चकबंदी निदेशालय मनिस्ट्रियल कर्मचारी संगठन भी हुआ एकजुट

-वहीं इस मामले में चकबंदी निदेशालय मिनिस्टीरियल कर्मचारी संगठन भी एकजुट हो गया है।संगठन ने मुख्यालय में बैठक कर इसकी निन्दा की है।

-संगठन ने आरोपी चकबंदी अधिकारी का बहिष्कार करने का भी फैसला किया है।

मुरलीधर दुबे पर हमले की यादें हुई ताजा

-आईएएस डा.हरिओम पर हमले के बाद एक बार फिर चकबंदी विभाग में आईएएस मुरलीधर दुबे पर हमले की यादें ताजा हो गई हैं।

-यह घटना पिछले वर्ष के ट्रांसफर सीजन की है।

-उस समय चकबंदी आयुक्त के कमरे में 40 से 50 अराजक कर्मचारी घुस आए थे और उनके साथ अभद्रता की थी। इस प्रकरण में डीएम और एसएसपी को पत्र लिखा गया था।

-पर इस प्रकरण में एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई। हालांकि घटना के एक माह बाद ही दुबे रिटायर हो गए थे।

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