Chandauli News: देश में भाजपा के 2024 में सत्तारूढ़ होने से 20 प्रतिशत वालों से 80 फ़ीसदी का ज़्यादा होगा नुकसान, बोले-अजय राय
Chandauli News: अजय राय ने कहा कि देश में सेक्युलरिज्म कायम रखना, संविधान के अनुसार देश चलना , लोकतांत्रिक मूल्य जिंदा रहें। जब 20 प्रतिशत के बस में नहीं हैं और 80 प्रतिशत लोग नहीं चाहतें तो भूल जाइए सेक्युलरिज्म को और लोकतांत्रिक मूल्यों को।
Chandauli News: हर जगह यह बहस में आती हैं कि मोदी योगी एक अल्पसंख्यक समुदाय ठीक कर दिए हैं और ठीक कर रहें हैं। इसलिए एक बड़ा समुदाय खुश भी होता हैं। लेकिन देश में सेक्युलरिज्म कायम रहें। देश में लोकतांत्रिक मूल्य जिंदा रहें, संविधान का राज हो। इसलिए भाजपा या आरएसएस रोकना बहुत लोगों के लिए लक्ष्य या जुनून है। लेकिन देश में 14 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 20 प्रतिशत इनकी आबादी है। इसलिए भाजपा व आरएसएस को रोकना इनके बस में कभी न था और न कभी होगा। ये बातें आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय ने कही।
उन्होंने कहा कि देश में सेक्युलरिज्म कायम रखना, संविधान के अनुसार देश चलना , लोकतांत्रिक मूल्य जिंदा रहें। जब 20 प्रतिशत के बस में नहीं हैं और 80 प्रतिशत लोग नहीं चाहतें तो भूल जाइए सेक्युलरिज्म को और लोकतांत्रिक मूल्यों को। हमारे देश में जाति, आस्था और पैसे के अनुसार वोटिंग होती है। जनता के अपने रोजमर्रा जिंदगी के मुद्दे गौण हो जाता हैं। लगभग ठाकुर , बाह्मण, बनिया, भूमिहार भाजपा के वोट हो गए। उत्तर प्रदेश में सपा को यादव, दलित बसपा को आदिवासियों की स्थिति किसी से छिपी नहीं हैं। समस्याओं की जड़ भाजपा को मानते हैं लेकिन वोट करेंगे भाजपा को ही।
अब सेक्युलरिज्म, लोकतांत्रिक मूल्य, संविधान रक्षा की बातें करने वाले 20 प्रतिशत कितने दिनों तक यह बातें करते रहेंगे उनके भी अपने हित हैं। वह भी देखते हैं जब सत्ता मिल जाने पर सेक्युलरिज्म, लोकतांत्रिक मूल्य, आदिवासियों के हित की बातें करने वाले के राज में दंगा होगा और भाजपा सरकार की तरह न्याय नहीं मिलेगा, आदिवासियों पर दमन होगा, लोकतांत्रिक मूल्यों व संविधान की रक्षा करने वाले पर दमन होगा तो कितने दिनों तक बीस प्रतिशत वाले भी गंगा यमुना तहजीब निभाने की जिम्मेदारी पर कायम रहेंगे।
गुंडाराज और अव्यवस्था का दमन
आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय ने कहा कि अगर फिर केंद्र में भाजपा आएगी तो एक बात जान लीजिए कि इसका नुकसान 20% से ज्यादा 80% वाले झेलेंगे। न नौकरी न व्यवसाय आमदनी शून्य और खर्चा 100 रुपया गुंडाराज और अव्यवस्था का दमन होगा। यह भूलना मत कि हाथरस में जो बेटी जली थी वो 20% नहीं 80% वालों की जमात की थी। इसलिए भाजपा को रोकने और हराने की जिम्मेदारी 80% पर है न कि 20% पर।