Chandauli News: फिर गांव के तालाब में मगरमच्छ दिखने पर मचा हड़कंप, ग्रामीण दे रहे हैं पहरा
Chandauli News: फिरोजपुर गांव के तालाब में सोमवार को लगभग 10 फीट लंबा मगरमच्छ देखे जाने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है। मगरमच्छ का भय इस तरह हो गया है कि पास पड़ोस के लोग तालाब के आसपास पहरा दे रहे हैं।
Chandauli News: चंदौली जिला के चकिया कोतवाली क्षेत्र के फिरोजपुर गांव के तालाब में सोमवार को लगभग 10 फीट लंबा मगरमच्छ देखे जाने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है। मगरमच्छ का भय इस तरह हो गया है कि पास पड़ोस के लोग तालाब के आसपास पहरा दे रहे हैं।
बता दें कि फिरोजपुर गांव के मुख्य बस्ती में बड़ा तालाब स्थापित है। तालाब के पास से ही आने-जाने का मुख्य रास्ता होने के कारण आसपास के लोगों का आना-जाना बराबर लगा रहता है। सोमवार को लोगो ने मगरमच्छ को तालाब से बाहर निकलते हुए देखा तो दौड़कर शोर मचाने लगे जिस पर आसपास के लोग भारी संख्या में तालाब पर जुट गए, तब तक मगरमच्छ पानी में चला गया था।
मगरमच्छ तालाब के पास झाड़ियों में दिखाई दिया
उसके बाद मगरमच्छ को बाहर निकलने के इंतजार में लोग तालाब पर पहरा देने लगे। एक बार फिर मगरमच्छ तालाब के पास झाड़ियों में दिखाई दिया जब तक लोग उसे कैमरा में कैद करते तब तक ग्रामीणों की भारी भीड़ को देखते हुए मगरमच्छ भाग कर पानी में चला गया। विदित हो कि इसके एक सप्ताह पूर्व भी गांव के प्राथमिक विद्यालय के समीप तालाब में एक मगरमच्छ दिखाई दिया था जिस पर वन विभाग की टीम मौके पर आई थी और कोरम पूर्ति कर वापस लौट गई थी मगर पुनः गांव के दूसरे तालाब में मगरमच्छ दिखाई देने से ग्रामीण भयभीत हैं।
गांव के सुभाष चंद्र मौर्य, श्याम नारायण, भोला मौर्य, जवाहर मौर्य, शिवनारायण मौर्य, रमेश मौर्य, रेनी देवी का कहना है कि तालाब के समीप इन लोगों का मकान है। तालाब के रास्ते से ही बच्चों को स्कूल आने जाने के लिए बराबर आना है। ऐसे में किसी भी क्षण मगरमच्छ के हमले से किसी की जान जाने का खतरा बना हुआ है। मगरमच्छ के देखे जाने के बाद इन परिवार के लोगों का नींद और चैन उड़ गया है। ग्रामीणों ने वन विभाग का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल मगरमच्छ को तालाब से पकड़े जाने का मांग किया है।
एक सप्ताह पहले भी चकिया क्षेत्र के विजयपुरावा गांव के समीप भारी भरकम मगरमच्छ देखा गया था।सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ कर चंद्र प्रभा नदी में छोड़ा था।