Chandauli News: गंगा में डूबने से चंदौली के 2 युवकों की मौत, नगर निगम की लापरवाही पड़ी भारी
Chandauli News: वाराणसी के घाट में गंगा स्नान के दौरान दो युवकों की डूबकर मौत हो गई। पुलिस ने घटना की सूचना बिना देर किए एनडीआरएफ की टीम को दिया। टीम ने दोनों के शव बरामद कर लिए।
Chandauli News: काशी के रानी घाट पर गंगा में नहाते समय अचानक चंदौली के रहने वाले 2 युवक गंगा में डूब गए। गंगा स्नान के दौरान बड़ा हादसा हुआ। घाट पर नहाने वाले लोगों ने इस बात की सूचना पुलिस को दिया। पुलिस ने घटना की सूचना बिना देर किए एनडीआरएफ की टीम को दिया। रानी घाट पर एनडीआरएफ की टीम ने बिना देर किए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। काफी प्रयास के बाद दोनों युवक के शव को एनडीआरएफ ने बाहर निकाला। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार चंदौली मुगलसराय के रहने वाले सुभाष यादव (27 साल )और शुभम यादव (22 साल) दर्शन पूजन के लिए काशी आए हुए थे। दर्शन पूजन से पहले दोनों युवक गंगा स्नान करने लगे कि तभी अचानक नहाते समय दोनों का पैर फिसला गया और गहरे पानी में चले गये। गहरे पानी में जाने से दोनों डूबकर लापता हो गए। घाट पर स्नान कर रहे लोगों ने इस बात की सूचना पुलिस को दिया। पुलिस ने एनडीआरएफ इंस्पेक्टर विनीत सिंह को युवकों के डूबने की सूचना दी, जिसके बाद दशाश्वमेध घाट से एनडीआरएफ की टीम रानी घाट पहुंचकर तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और दोनों डूबे हुए युवकों के शव को बरामद कर लिया। पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
1 सप्ताह में आधा दर्जन लोगों की डूबने से मौत
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वाराणसी के रविदास घाट से लेकर राजघाट तक की बात करें तो इन घाटों के बीच में स्थित कई घाटों पर अभी तक हादसा हो चुका है। पिछले एक सप्ताह की बात करें तो अभी तक गंगा में डूबने से आधा दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन फिर भी प्रमुख घाटों को छोड़कर किसी भी घाट पर नगर निगम की तरफ से पानी की गहराई का आइडिंटिफिकेशन मार्क नहीं लगाया गया है जिसके चलते भी हादसा हो रहा है। दूर दराज से आने वाले लोगों को गहराई के बारे में कोई अंदाजा नहीं होता है जिससे नहाते नहाते गहरे पानी में चले जाते हैं और हादसा हो जाता है।
घाटों पर नहीं है सुरक्षा के प्रबंध
प्रमुख घाटों को छोड़ दिया जाए तो बाकी घाटों पर सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं रहती है जिसके चलते दिन घाटों पर लोगों के डूबने का सिलसिला जारी है। दशाश्वमेध घाट अस्सी घाट नमो घाट जैसे महत्वपूर्ण घाटों पर ही सुरक्षा की व्यवस्था है लेकिन कई ऐसे घाट हैं जहां न जल पुलिस रहती है और ना ही सुरक्षा के लिए कोई मार्किंग की गई है। हालांकि नाभिक समाज के द्वारा गंगा में स्नान करने वाले लोगों को अलर्ट भी किया जाता है।