Chitrakoot News: जल जीवन मिशन के पाइप खरीदने वाला कंपनी मालिक गिरफ्तार, एक अन्य सहयोगी भी दबोचा गया
Chitrakoot News: जल जीवन मिशन योजना के तहत बुंदेलखंड में घर-घर पीने का पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन डाली जा रही है। इसके लिए गांव-गांव में पाइप पड़े है। अब तक कई बार चोरी किए गए पाइप बरामद हो चुके है।
Chitrakoot News: जल जीवन मिशन योजना के तहत बुंदेलखंड में घर-घर पीने का पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन डाली जा रही है। इसके लिए गांव-गांव में पाइप पड़े है। अब तक कई बार चोरी किए गए पाइप बरामद हो चुके है। कई शातिरों को पुलिस पकड़ चुकी है। लेकिन इस बार पुलिस ने पाइप चोरी करने वाले अंर्तराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। जिसमें लगभग 30 लाख रुपये कीमत के चोरी हुए पाइप कानपुर देहात की एक पाइप फैक्ट्री से बरामद किए गए है। पाइप फैक्ट्री मालिक सहित दो लोगो को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने फैक्ट्री को सील कर दिया है।
मंगलवार को एसपी वृंदा शुक्ला ने मामले का मीडिया के सामने खुलासा किया। बताया कि रैपुरा थानाध्यक्ष शैलेन्द्रचंद्र पांडेय ने टीम के साथ बीते 27 अप्रैल को जल जीवन मिशन के पाइपों की चोरी करने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया था। जिनके कब्जे से एक डीसीएम वाहन में लदे चोरी के 50 पाइप बरामद हुए थे। मामले की जांच करने वाले विवेचक को जिला कारागार में बंद आरोपित गुरमीत सिंह व नियाज अहमद ने पूछताछ में बताया कि चोरी करके पाइपों को डिलाइट इंटर प्राइसेस प्रालि रनिया कानपुर देहात में बेचते थे। इस कंपनी का व्यापक स्तर पर प्लास्टिक पाइप मैन्युफैक्चरिंग का काम है। कंपनी चोरी के पाइपों को कबाड के दाम में खरीदती थी। इसके बाद पाइप के उन हिस्सों को काट दिया जाता है, जिस पर जल जीवन मिशन से संबंधित स्टीकर लगा होता हैं। उसे अलग कर दोबारा फ्लैंच से जोड़कर नया पेंट करके डिलाइट कंपनी प्रालि का मार्का लगाकर बाजार में बेंच दिया जाता था।
सटीक जानकारी मिलने पर सोमवार को सीओ लाइन निष्ठा उपाध्याय व सीओ सिटी हर्ष पांडेय की अगुवाई में एसओजी, क्राइम ब्रांच व थाना रैपुरा की संयुक्त टीम ने डिलाइट इंटर प्राइसेस प्रालि रनिया कानपुर देहात पर दबिश दी। जिसमें कंपनी संबंधी कागजात व क्रय-विक्रय के बिल बाउचर चेक करते हुए वहां रखे डीआई पाइप के स्टाक की जांच की गई। जहां कंपनी के अंदर टीनशेड में भारी मात्रा में पाइप रखे मिले। इन पाइपों को लेकर कंपनी मालिक कोई बिल बाउचर व स्टाक रजिस्टर पेश नही कर सके। एसपी के मुताबिक कंपनी कर्मचारी गोपाल उर्फ अमन ने बताया कि यह पाइप कंपनी मालिक ने खरीदीं थी।
एक डीसीएम समेत अन्य वाहनों से पाइपों को कई बार यहां लाया गया है। पुलिस टीम को मौके से एक डिब्बा खुला हुआ 20 लीटर काला पैंट, एक डिब्बा खुला फेबीकोल व ब्रस भी मिला है। पुलिस ने लगभग 30 लाख रूपये के बरामद पाइपों समेत पूरी कंपनी को सीज कर दिया है। बताया कि टीम ने कस्बा रैपुरा से कंपनी मालिक बृजकिशोर गुप्ता निवासी पांडु नगर निकट रानी लक्ष्मीबाई पार्क थाना काकादेव जनपद कानपुर व सह कर्मचारी श्रीगोपाल उर्फ अमन राजपूत निवासी थूलपिया थाना साहिल जनपद औरेया हालपता कस्बा व थाना दिबियापुर जनपद औरेया को गिरफ्तार किया है।
30 में खरीदकर 110 रूपये किलो में बेचते पाइप
चोरी के पाइप खरीदने वाले कंपनी मालिक ब्रजकिशोर गुप्ता ने पुलिस को बताया कि पाइपों को वह कबाड के भाव 30 रूपये किलो की दर से खरीदते थे। जिसमें अपना स्टीकर लगाकर 110 रूपये प्रति किलो में बेचे जाते है। बताते हैं कि उच्च क्वालिटी की पाइप देश में केवल तीन ही कंपनियां टाटा, जिंदल, इलैंक्ट्रो स्टील बनाती है। जिनकी मांग वर्तमान में अधिक होने के कारण इन पाइपों की चोरी कर भारी मात्रा में कालाबाजारी की जा रही हैं।
चिन्हित होगी चोरी के पाइप खरीदने वाली कंपनियां
एसपी ने बताया कि कानपुर देहात की कंपनी चोरी के पाइप खरीदने पर सीज की गई है। बताते हैं कि बिहार व झारखंड की कई कंपनियां फरवरी 2022 से सक्रिय है। यह फर्जी जीएसटी बिल बाउचर तैयार कराती है। ऐसी कंपनियों पर गहनता से जांच अब शुरू होगी। इस मामले के खुलासे के बाद अब इन कंपनियों को चिन्हित करने का अभियान शुरू होगा। जेल में बंद आरोपितों से चोरी के पाइप खरीदने वाली अन्य कितनी कंपनियां कहां-कहां पर है, इसके लिए पूछताछ की जाएगी।
आरोपितो पर गैगेस्टर व एनएसए कार्रवाई
एसपी ने बताया कि अब तक इस मामले में पकड़े जा चुके कंपनी मालिक समेत अन्य आरोपितों पर गैगेस्टर व एनएसए की कार्रवाई प्रस्तावित की गई है। इस पूरे मामले की जांच में पाया गया कि पूर्व में गिरफ्तार दो चोर जो इन दिनो जेल में बंद है। उनसे और कंपनी के कर्मचारी अमन से 450 बार मोबाइल पर बातचीत हुई है। पकडे गए दोनो चोर लंबे समय से पाइप चोरी कर कानपुर की इसी कंपनी में बेचते रहे है।
इतने नग पाइपों की हुई बरामदगी
पुलिस टीम ने कानपुर देहात की कंपनी में छापेमारी करके पाइप 100 फिट 10 नग, 150 फिट 25 नग, 200 फिट 25 नग, 250 फिट 30 नग, 400 फिट 14 नग, 104 नग फुल लेंथ, 200 फिट के तीन फिट लंबाई के डबल फ्लेंच, 105 फिट पांच फिट लंबाई सात नग बरामद किए गए है। जिनकी कीमत लगभग 30 लाख रूपये बताई गई है।