Chitrakoot News: कामदगिरि परिक्रमा पथ में अतिक्रमण हटाने के नाम पर कोताही, स्थाई कब्जे हटाने से कतरा रहा प्रशासन

Chitrakoot News: प्रशासन ने एक दिन अभियान चलाने के बाद दूसरे दिन गुरुवार का समय लोगों को चिन्हित मकानों से सामान हटाने के लिए दिया था। प्रशासनिक सख्ती को देखते हुए ज्यादातर लोगों ने चिन्हित स्थलों से काफी हद तक सामान भी हटा लिया है।

Update:2023-06-03 04:04 IST
(Pic: Newstrack)

Chitrakoot News: कामदगिरि परिक्रमा मार्ग में लगातार दूसरे दिन भी अतिक्रमण हटाओ अभियान थमा रहा। प्रशासन ने एक दिन अभियान चलाने के बाद दूसरे दिन गुरुवार का समय लोगों को चिन्हित मकानों से सामान हटाने के लिए दिया था। प्रशासनिक सख्ती को देखते हुए ज्यादातर लोगों ने चिन्हित स्थलों से काफी हद तक सामान भी हटा लिया है। लेकिन शुक्रवार को प्रशासनिक अमला अतिक्रमण हटाने नहीं पहुंचा। ऐसे में लोगों की जुबानों पर चर्चाएं इस बात की है कि प्रशासन असरदारों के नजदीक पहुंचने से पहले ही अतिक्रमण हटाने से अब किनारा काट रहा है।

दो दिन चले अभियान में केवल गरीबों की झुग्गी-झोपडी ही प्रशासन की निशाना बनी है। जिसमें बरहा हनुमान मंदिर के पास काफी लोगों के अवैध कब्जे हटाए गए है। इनमें ज्यादातर झुग्गी-झोपड़ी वाले ही शामिल है। वन विभाग व राजस्व विभाग ने पर्वत की तरफ किए गए अवैध कब्जों का चिन्हांकन भी किया है। इसके बाद अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत हुई। लेकिन एक दिन चलने के बाद दूसरे दिन अभियान को रोका जा रहा है। इधर दो दिन से अभियान नहीं चला है। खास बात यह है कि दो दिन के भीतर प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर सिर्फ औपचारिकता ही निभाई है। बीते बुधवार को प्रशासन ने एक दिन का समय देते हुए अतिक्रमणकारियों से सामान हटाने का अल्टीमेटम दिया था। फलस्वरूप माना जा रहा था कि शुक्रवार से फिर अभियान चलेगा। लेकिन प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने नहीं पहुंची। अतिक्रमणकारी पर्वत की तरफ बेखौफ कब्जा जमाए हुए है।

श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता करते हैं दुकानदार

परिक्रमा लगाने वाले श्रद्धालुओं के साथ आए दिन यह दुकानदार अभद्रता करते है। इसका विरोध करने पर तरह-तरह के आरोप लगाकर परेशान भी किया जाता है। बीते दिनों एमपी के पन्ना जनपद से अजयगढ कस्बे के कुछ श्रद्धालु चित्रकूट घूमने आए थे। वह परिक्रमा लगा रहे थे। तभी परिक्रमा पथ पर रखी एक दुकानदार की कुर्सी बच्चे की ठोकर लगने से गिर गई। कुर्सी में हल्का क्रेक आ गया। जिस पर दुकानदार श्रद्धालु से उलझ गया और कुर्सी का पूरा मूल्य न देने पर उसके साथ मारपीट कर डाली। सूचना पर पुलिस भी पहुंची, लेकिन कार्रवाई करने के बजाय परिक्रमा मार्ग पुलिस चौकी ने मामले को रफा-दफा करा दिया।

परिक्रमा मार्ग में बहाया जा रहा गंदा पानी

खोही में पर्वत की तरफ बने भवनों का गंदा पानी परिक्रमा मार्ग में बहाया जा रहा है। क्योंकि यहां पर नालियां भी नहीं बनी है। इसी गंदे पानी से होकर श्रद्धालु लेटी परिक्रमा भी करते है। इसके अलावा कई जगह एक-दूसरे की देखा-देखी में पानी को रोक देते है। जिससे गंदा पानी भरा भी रहता है।

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