Chitrakoot News: दो पाकिस्तानी हिंदू परिवारों ने धर्मनगरी में ली शरण, जिला प्रशासन में मचा हड़कंप

Chitrakoot News: परिवार की हिंदू बेटियों के जबरन निकाह कराने की हो रही थी कोशिश, कर्वी कोतवाली क्षेत्र के संग्रामपुर गांव में समाजसेवी के घर दोनों परिवार पहुंचे।

Update: 2023-08-04 15:22 GMT
Pakistani two Hindu families settled in Chitrakoot

Chitrakoot News: आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान में रहने वाले दो हिंदू परिवारों ने महंगाई व अत्याचार से परेशान होकर धर्मनगरी चित्रकूट में शरण ली है। दोनों परिवार के 15 सदस्य धर्मनगरी से सटे कर्वी कोतवाली क्षेत्र के संग्रामपुर गांव में रहने वाले एक समाजसेवी के घर ठहरे हैं। समाजसेवी ने संपर्क होने के बाद शरण देने का भरोसा देकर यहां बुलाया था।

समाजसेवी ने दिया रहने का स्थान

पाकिस्तानी परिवारों के आने के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया और सुरक्षा को देखते हुए अधिकारी छानबीन में जुट गए है। शासन को भी इस पूरे मामले से अवगत कराया गया है। शुक्रवार को पाकिस्तान के दो हिंदू परिवारों के 15 सदस्य सुबह ट्रेन से कर्वी रेलवे स्टेशन उतरे। यहां पर पहले से ही संग्रामपुर निवासी समाजसेवी कमलेश कुमार इनको लेने के लिए पहुंच गए थे। दोनों परिवारों को गांव में शरण देते हुए रहने के लिए एक मकान दिया और अन्य इंतजाम कराया।

प्रशासनिक अमला पहुंचा मौके पर, लोगों से मिलने पर पाबंदी

दोपहर में जिला प्रशासन को जानकारी हुई कि पाकिस्तान से आए दो परिवारों ने उनकी बिना जानकारी के शरण ली है। फलस्वरूप प्रशासनिक अमला संग्रामपुर पहुंच गया। सभी सदस्यों को पुलिस ने अपनी निगरानी में लिया और लोगों से मुलाकात करने पर पाबंदी लगा दी। शरणार्थी राकेश कुमार व मंगलमल ने बताया कि दिल्ली के भाटी माइंस में पाकिस्तान से आए काफी परिवार रुके हुए हैं। वह लोग बीजा बनवाकर आए थे। जुलाई में उनका बीजा खत्म हो गया है। समय बढ़ाने के लिए आवेदन किया है।

सोशल मीडिया के जरिए समाजसेवी से हुआ संपर्क, तो भागकर आए यहां

परिवार के सदस्यों ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए समाजसेवी से संपर्क होने के बाद वह लोग यहां शरण के लिए आए हैं। क्योंकि पाकिस्तान में आर्थिक तंगी से लोग परेशान है। वहां पर हिंदुओं के साथ अत्याचार किया जा रहा है। बहन-बेटियों का जबरिया धर्म परिवर्तन कर निकाह कराया जा रहा है। परिवार ने कहा कि वो जब हिंदू समाज में पैदा हुए हैं, तो अपनी बेटियों को जबरन इस्लाम के हिसाब से निकाह कैसे करा सकते हैं। वहां के हालात रहने लायक नहीं हैं। महंगाई से हालत खराब है। पुलिस अधिकारी शरणार्थी परिवारों के साथ ही समाजसेवी से भी पूछताछ कर जानकारी ले रहे है। शासन स्तर पर पूरे मामले से अवगत कराया गया है। खुफियातंत्र की टीमें भी छानबीन में जुटी हैं।

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