Chitrakoot News: शिक्षकों ने निकाला जुलूस, इन मांगों के समर्थन में बुलंद की आवाज
Chitrakoot News: सदर विधायक को ज्ञापन सौंप सरकार से निस्तारण कराने की मांग, अधिकारियों पर शिक्षा संबंधी गलत तथ्य पेश करने का लगाया आरोप।
Chitrakoot News: प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष अखिलेश पांडेय की अगुवाई में शुक्रवार को जिला मुख्यालय में शिक्षकों ने जुलूस निकालकर सदर विधायक अनिल प्रधान को ज्ञापन सौंपा गया। अवगत कराया कि वह लोग 18 सूत्रीय मांगों को लेकर कई बार अधिकारियों के समक्ष रख चुके हैं, फिर भी कोई निस्तारण नहीं हुआ है।
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पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग
ज्ञापन में कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलो में कार्यरत शिक्षकों की प्रमुख मांग पुरानी पेंशन बहाली, राज्य कर्मचारियों की भांति उपार्जित अवकाश, द्वितीय शनिवार अवकाश, प्रतिकर अवकाश, अध्ययन अवकाश, कैशलेस चिकित्सा सुविधा, हर प्राथमिक व जूनियर स्कूलों के प्रधानाध्यापक के पद पर पदोन्नति, उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों की भांति चयन वेतनमान में 12 वर्ष की आयु पूरी कर चुके सभी शिक्षकों को प्रोन्नत वेतनमान आदि 18 सूत्रीय मांग पत्र के अनुसार अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार से अनुरोध कर चुके हैं। लेकिन सरकार के उनके मांग पत्र पर कोई कार्रवाई न करने से शिक्षक बेहद आहत हैं। इसके अलावा कुछ अधिकारी शिक्षा से संबंधित तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर रहे है। जिससे शिक्षकों की छवि धूमिल हो रही है। शिक्षकों ने विधायक से मांग करते हुए कहा कि सरकार से उनकी समस्याओं का निस्तारण कराएं। इस दौरान मनीष शुक्ला, आराधना सिंह, शहनाज बानो, अमित पांडेय, भगवानदीन, विनय कुमार शुक्ला, आलोक गर्ग, शिवभूषण त्रिपाठी आदि शामिल रहे।
खंड शिक्षाधिकारी ने समाप्त कराया शिक्षकों का धरना
प्राथमिक शिक्षक संघ का शिक्षकों की समस्याओं को लेकर चल रहा खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय में धरना-प्रदर्शन समाप्त हो गया। खंड शिक्षाधिकारी ने समस्याओं का समाधान कराने का भरोसा दिया है। कहा कि आनलाइन अवकाश के लिए किसी शिक्षक व शिक्षिका को न तो कार्यालय आने की जरूरत है और न किसी बिचौलिए से संपर्क करने की जरूरत है। आवेदन निर्धारित प्रारूप मे जरूरी संलग्नक के साथ हुआ है तो वह बिना किसी देरी के स्वीकृत हो जाएगा। लेकिन कोई अभिलेखीय त्रुटि है तो कारण में कमी का अंकन करते हुए निरस्त किया जाएगा। चयन वेतनमान मे आपत्ति का निस्तारण करके बीएसए कार्यालय भेज दिया जाएगा। बिना काम के किसी भी शिक्षक व संकुल शिक्षक आदि के बीआरसी मे बैठने पर रोक लगाई जाएगी।