Chitrakoot News: बयानों में विरोधाभास का दावा कर उलझी एसआईटी
Chitrakoot News: हाईस्कूल की छात्रा के साथ कालेज में यौन शोषण का मामला, सीओ की अगुवाई में गठित एसआईटी फिर से जांच करने पहुंची, कालेज के शिक्षकों, पीड़िता व उसके परिजनों से की पूछताछ।
Chitrakoot News: मानिकपुर कस्बे में हाईस्कूल की छात्रा के यौन शोषण मामले की जांच कर रही एसआईटी फिलहाल किसी मुकाम तक नहीं पहुंच पाई है। तीन दिन से एसआईटी इस मामले में जांच कर रही है। बयानों में विरोधाभास व बदलाव का दावा कर एसआईटी उलझी हुई है और उसे हकीकत तक पहुंचने से पहले ही आरोप-प्रत्यारोपों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को जांच करने आई एसआईटी ने कालेज के कई शिक्षकों एवं पीड़िता उसके परिजनों से पूछताछ किया है। माना जा रहा है कि कई घंटे तक चली पूछताछ के दौरान एसआईटी को काफी कुछ जानकारी हासिल हुई है।
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सीओ राजापुर निष्ठा उपाध्याय की अगुवाई में गठित तीन सदस्यीय एसआईटी पूरे मामले की छानबीन कर रही है। क्योंकि पीड़िता ने संविदा शिक्षक व तीन अन्य पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। जबकि मुकदमा सिर्फ एक ही के खिलाफ दर्ज हुआ है। इसमें पीडिता ने बयान बदलवाने के आरोप लगाए थे।
शनिवार की दोपहर मामले की जांच करने के लिए एसआईटी सबसे पहले कालेज पहुंची। यहां कई शिक्षकों से अलग-अलग पूछताछ किया। इसके बाद पीड़िता और पीड़िता व उसके परिजनों से पूछताछ किया। करीब तीन घंटे तक पूछताछ के बाद एसआईटी मुख्यालय लौट गई। पुलिस के दावे हैं कि पीड़िता ने कई बार अपने बयान बदले हैं। बयानों में बदलाव व विरोधाभास की वजह से जांच उलझी है। इसको देखते हुए एसआईटी ने पीड़िता पक्ष के कुछ रिश्तेदारों से भी पूछताछ किया है। कई अन्य लोग भी पुलिस की रडार पर हैं, जिनको चिन्हित किया गया है। जिनसे जल्द ही पूछताछ हो सकती है। इसके अलावा जिन लोगों पर आरोप है, उनसे भी एसआईटी ने पूछताछ कर जानकारी हासिल की है।
सूत्रों की मानें तो एसआईटी को काफी कुछ जानकारियां मिली हैं। जिनके जरिए जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो जिन लोगों पर आरोप लगे हैं, उनको बचाने के लिए सियासी रसूखदार भी पूरा जोर लगाए हुए हैं। इसके लिए वह पुलिस अफसरों को शिक्षा के मंदिर की बात बताते हुए गुमराह करने का प्रयास भी कर रहे हैं।
पिता ने पुलिस पर लगाया फंसाने का आरोप-
पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस उसके रिश्तेदारों को फंसाकर बेटी के साथ गलत करने वालों को बचाने का प्रयास कर रही है। बेटी ने कोर्ट में कलमबंद बयान के बाद भी जिन लोगों का नाम बताया है, उनको पकड़ने के बजाय पुलिस आवभगत करने में जुटी है। पेशबंदी करके उसकी बेटी को बदनाम करने की कोशिश चल रही है। कहा कि उसकी बेटी पुलिस की कार्यशैली से परेशान है और उसने चाकू से हाथ काटकर सुसाइड करने का प्रयास भी किया है। लेकिन किसी तरह उसे बचाया गया। पुलिस उसके परिवार को हर तरह से डरा-धमका कर अपने मुताबिक बयान कराना चाह रही है।
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सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही एसआईटी-
एसआईटी ने कालेज में लगे सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर दो दिन पहले कब्जे में ले लिया था। एक दिन पहले पीड़िता के कोर्ट में कलमबंद बयान भी कराए जा चुके हैं। अब एसआईटी सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी है। सूत्रों की मानें तो इसमें सर्विलांस का भी सहारा लिया जा रहा है, क्योंकि मामला चार-पांच माह का बताया जा रहा है। फलस्वरूप पुराना डाटा रिकबर कर छानबीन चल रही है। सूत्र बताते हैं कि पीड़िता की ओर से लगाए आरोपों की पुष्टि व हकीकत तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज के जरिए कालेज में छुट्टी होने के बाद की गतिविधियों को खंगाला जा रहा है। इसमें कौन-कौन शामिल रहे, उनको चिन्हित करने का भी प्रयास है।
पीड़िता के घर पहुंचे सपाई, न्याय दिलाने का भरोसा-
कस्बे में छात्रा के साथ कालेज में हुए यौन शोषण का मामला अब और तूल पकड़ता जा रहा है। शनिवार को सपा जिलाध्यक्ष शिवशंकर यादव की अगुवाई में पूर्व सांसद बाल कुमार पटेल, पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल, जिला महासचिव सत्यनारायण पटेल, उपाध्यक्ष गुलाब खान, मानिकपुर विधानसभा अध्यक्ष श्यामबिहारी यादव, उमाकांत यादव, आकाश पटेल, धनंजय पटेल आदि ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। घटना की पूरी जानकारी लेने के बाद भरोसा दिलाया कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए वह हर तरह से साथ देंगे। घटना में शामिल लोगों को सजा दिलाई जाएगी।
पूर्व मंत्री की अगुवाई में आएगा प्रतिनिधिमंडल-
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशानुसार प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने इस मामले की जांच को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पूर्व मंत्री रामआसरे विश्वकर्मा की अगुवाई में सात सदस्यीय टीम गठित की है। यह टीम आगामी एक अगस्त को मानिकपुर पहुंचेगी और पीड़ित परिवार से मिलकर मामले की जांच करेगी। इस समिति में पूर्व सांसद बाल कुमार पटेल, विधायक अनिल प्रधान, पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष भैयालाल यादव, अनुज सिंह यादव, जिलाध्यक्ष शिवशंकर सिंह यादव शामिल हैं।
बोले जिम्मेदार-
एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि पीड़िता के बार-बार बयान बदलने की वजह से जांच बारीकी के साथ की जा रही है। उसने कई जगह अलग-अलग बयान दिए हैं। एसआईटी गहनता से जांच में लगी है। कालेज के सीसीटीवी फुटेज चेक किए जा रहे हैं। कुछ लोगों से पूछताछ की गई है। किसी को गलत नहीं फंसाया जाएगा और दोषी बच नहीं पाएंगे।